मेवाड़ राजघराने में छिड़ा महासंग्राम, उदयपुर पैलेस के बाहर देर रात पथराव, क्या राजतिलक है विवाद की जड़?

उदयपुर में मेवाड़ राजघराने के बीच लंबे समय से चल रही खींचतान सोमवार को खुले विवाद में बदल गई. सिटी पैलेस के बाहर भाजपा विधायक और मेवाड़ के 77वें महाराणा घोषित किए गए विश्वराज सिंह मेवाड़ और उनके चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के समर्थकों के बीच तीखी झड़प हुई. इस दौरान पत्थरबाजी में तीन लोग घायल हो गए.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

सोमवार (25 नवंबर) को चित्तौड़गढ़ किले में पगड़ी दस्तूर रस्म के तहत विश्वराज सिंह को मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार का मुखिया नियुक्त किया गया. इस ऐतिहासिक परंपरा में उन्हें खून से तिलक किया गया और 21 तोपों की सलामी दी गई. हालांकि, इस रस्म के बाद उदयपुर के सिटी पैलेस में प्रवेश को लेकर विवाद हो गया. बीजेपी विधायक विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों को उनके चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह और चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस में प्रवेश करने से रोक दिया.

दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प हुई, जिसमें पथराव भी हुआ. इस घटना में तीन लोग घायल हो गए. सिटी पैलेस का प्रबंधन वर्तमान में अरविंद सिंह और लक्ष्यराज सिंह संभालते हैं. यह विवाद अब खुलकर सामने आ गया है और प्रशासन ने मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है.

क्या है विवाद?

सोमवार को चित्तौड़गढ़ किले के फतहप्रकाश महल में आयोजित कार्यक्रम में विश्वराज सिंह को मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के मुखिया की गद्दी पर बैठाने की रस्म निभाई गई. इसके बाद, वह और उनके समर्थक दर्शन के लिए सिटी पैलेस और एकलिंगनाथजी मंदिर पहुंचे, लेकिन उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली. इसके बाद से ही विवाद शुरू हो गया.

सिटी पैलेस में प्रवेश को लेकर बढ़ा विवाद

सिटी पैलेस में प्रवेश को लेकर विवाद तब बढ़ गया, जब विश्वराज के समर्थकों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद, दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच पथराव शुरू हो गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया.

नोटिस ने बढ़ाई तल्खी  

सिटी पैलेस और मंदिर के ट्रस्ट की ओर से पहले ही सार्वजनिक नोटिस जारी कर दिया गया था, जिसमें विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों को प्रवेश से रोका गया. ट्रस्ट के अध्यक्ष और प्रबंध न्यासी अरविंद सिंह मेवाड़ के वकील ने इन स्थलों पर जबरन प्रवेश करने को ‘आपराधिक कृत्य’ बताते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी.

प्रशासन की कोशिशें नाकाम  

जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल और पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों से बातचीत की, लेकिन कोई हल नहीं निकला. विश्वराज सिंह सिटी पैलेस के पास जगदीश चौक पर बैठ गए, जहां उनके समर्थक भी जुटे रहे.

मेवाड़ राजघराने का गौरवशाली इतिहास

मेवाड़ राजघराना भारत के महान योद्धा महाराणा प्रताप का वंशज है. हालांकि, वर्तमान में राजपरिवार दो हिस्सों में बंटा हुआ है. विश्वराज सिंह के पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ और उनके छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ के बीच संपत्ति और अधिकारों को लेकर विवाद लंबे समय से जारी है.

पुलिस और प्रशासन की सतर्कता  

तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सिटी पैलेस के विवादित क्षेत्र में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट से रिसीवर नियुक्त करने की सिफारिश की है. राजपरिवार के भीतर चल रहे इस विवाद का हल कब और कैसे निकलेगा, यह देखना बाकी है. फिलहाल, पुलिस और प्रशासन मामले पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं.

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26 November 2024, 08:01 AM IST

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