दिल्ली दंगों में पुलिस अधिकारी से सर्विस रिवाल्वर लूटने वाला बदमाश गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2020 में दिल्ली दंगों के दौरान एक हेड कांस्टेबल को घायल करके उसकी सर्विस रिवाल्वर लूटने वाले एक बदमाश को गिरफ्तार किया है. इसके 3 साथी जो कुख्तात गैंगस्टर इरफान उर्फ छेनू गैंग के शूटर है उनको भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 30 बोर की एक पिस्टल, तीन सिंगल शॉट पिस्टल और 15 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।

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नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2020 में दिल्ली दंगों के दौरान एक हेड कांस्टेबल को घायल करके उसकी सर्विस रिवाल्वर लूटने वाले एक बदमाश को गिरफ्तार किया है. इसके 3 साथी जो कुख्तात गैंगस्टर इरफान उर्फ छेनू गैंग के शूटर है उनको भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 30 बोर की एक पिस्टल, तीन सिंगल शॉट पिस्टल और 15 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।

दंगाई बदमाश की पहचान शाहिद उर्फ शाहबाज के रूप में हुई है. जबकि कुख्यात गैंगस्टर छेनू गैंग के तीनों शूटर्स की पहचान समीर उर्फ बाली उर्फ एके-47, सोहेल चौधरी उर्फ बावर्ची उर्फ आसिफ और शहनवाज उर्फ सानू के रूप में हुई है. यह तीनों शूटर आरएसएस मुख्यालय पर फायरिंग करने और एक यूपी में बीजेपी नेता के घर पर फायरिंग करने में भी शामिल रहे हैं।

स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार त्यागी को सूचना मिली थी कि कुख्यात इरफान उर्फ छेनू गैंग का एक शार्प शूटर सोहेल चौधरी उर्फ बावर्ची उर्फ आसिफ शाहदरा जिले में अपने साथी के साथ किसी वारदात को अंजाम देने आने वाला है। पुलिस ने सूचना के आधार पर एक टीम गठित की और जाफराबाद सीलमपुर के आशा राम त्यागी मार्ग पर चल बिछा दिया. जब कुछ देर बाद सोहेल चौधरी वहां आया तो पुलिस ने उसको रुकने का इशारा किया लेकिन उसने पुलिस पर पिस्टल निकालकर फायरिंग करने की कोशिश की, हाथापाई के बाद पुलिस ने उसको पकड़ लिया।

पुलिस को उसके कब्जे से 30 बोर की एक पिस्टल, 4 जिंदा कारतूस और एक सिंगल शॉट पिस्तौल और 8 एमएम के चार जिंदा कारतूस बरामद हुए. पुलिस को उसके पास से मौजपुर से लूटी गई एक मोटरसाइकिल भी बरामद हुई. पुलिस ने बाइक पर सवार उसके साथी शहनवाज उर्फ सानू को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि भजनपुरा में गोलीबारी की घटना में उनका तीसरा साथी समीर और बाली उर्फ एके-47 भी शामिल है। पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर मौजपुर इलाके से समीर उर्फ बाली उर्फ AK47 को भी गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों की निशानदेही पर उनके साथी शाहिद उर्फ शाहबाज को भी गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से एक 9 एमएम की पिस्टल भी बरामद हुई. जिसे उसने 2020 दिल्ली दंगे के दौरान एक हेड कांस्टेबल को घायल करके लूट लिया था।

पूछताछ के दौरान आरोपी शाहिद उर्फ शाहबाज ने खुलासा किया कि वर्ष 2020 में सीएए- एनआरसी के दंगों के दौरान वह अपने साथियों के साथ दंगे में शामिल था और उसने वजीराबाद रोड को जाम कर दिया, जिसके बाद दंगाइयों ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया था। जिसमें कांस्टेबल छत्रपाल को गंभीर चोटे आई और आरोपी शाहिद उसकी सर्विस रिवाल्वर लूटकर फरार हो गया। पूछताछ के दौरान समीर उर्फ बाली, सोहेल चौधरी उर्फ़ बावर्ची उर्फ आसिफ और शहनवाज उर्फ सानू ने बताया कि वह कुख्यात इरफान उर्फ छेनू गैंग के सदस्य हैं और अपने गिरोह के सरगना के निर्देश पर वे दिल्ली के यमुना पार में कारोबारियों और ट्रांसपोर्टरों से रंगदारी वसूलते हैं।

उन्होंने सुभाष विहार में प्रॉपर्टी डीलर के घर के बाहर रंगदारी मांगने के लिए गोलीबारी की थी। आरोपी समीर उर्फ वाली उर्फ एके-47 इरफान उर्फ चेनू गैंग का शार्प शूटर है और मुख्य हिटमैन अनवर हटेला का भतीजा हैं।वह 2018 से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था। उसके पिता जीशान भी एक कुख्यात अपराधी हैं जो गैंगस्टर एक्ट में एक दर्जन से ज्यादा मामलों में शामिल रहे हैं। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हत्या और पुलिस के साथ गोलीबारी में इसके पिता शामिल थे। जीशान को पुलिस के साथ गोलीबारी की घटना में 10 साल की सजा हुई थी, वर्तमान में वह अमरोहा की जेल में बंद है। आरोपी समीर ने आरएसएस मुख्यालय पर गोलीबारी की घटना की थी, इसके अलावा उत्तर प्रदेश में अमरोहा में एक भाजपा नेता के घर पर भी गोलीबारी की घटना में शामिल रहा है।

आरोपी सोहेल चौधरी उर्फ बावर्ची उर्फ आसिफ दिल्ली में हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट, फायरिंग की घटनाओं के 4 मामलों में शामिल रहा है। जबकि आरोपी शहनवाज उर्फ सानू अपने साथी सोहेल चौधरी के साथ 2 साल से इनके गैंग के लिए काम कर रहा है। पुलिस ने इनके खिलाफ मामला दर्ज करके आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। First Updated : Wednesday, 16 November 2022