Mission 2024: जेपी नड्डा आजमा सकते हैं लोकसभा चुनाव में किस्मत, बन रही रणनीति
Mission 2024: लोकसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में ही वातावरण बनने की संभावना है, वहीं सभी मंत्रियों के अलावा कई वरिष्ठ नेताओं को पहले ही लोकसभा चुनाव में अपनी पसंदीदा सीट बताने के लिए कहा गया था.
हाइलाइट
- जेपी नड्डा लोकसभा चुनाव मैदान में अगर उतरते हैं, तो इससे इस नीति के प्रति सकारात्मक मैसेज जनता तक पहुंचेगी.
- राजधानी दिल्ली से कई मंत्रियों ने लोकसभा चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा जताई है. जिसमें कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं.
Mission 2024: बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ राज्यसभा के कई वरिष्ठ नेता लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाते नजर आ सकते हैं. पार्टी अपने अधिकतर बड़े दिग्गजों को चुनावी मैदान में उतार सकती है, जिसमें सबसे अधिक चर्चा जेपी नड्डा की चल रही है, इनके बारे में बताया जा रहा है कि, ये अपनी जन्म भूमि हिमाचल प्रदेश से चुनाव लड़ सकते हैं. दरअसल ये तीन बार के विधायक रहने के साथ राज्यसभा में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने वाले हैं.
बीजेपी उतारेगी कई दिग्गज
मिली जानकारी के अनुसार राज्यसभा के कई बड़े दिग्गजों को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी चल रही है. जबकि लोकसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में ही वातावरण बनने की संभावना है. क्योंकि वर्तमान समय में नरेंद्र मोदी की सरकार में कई वरिष्ठ मंत्री राज्यसभा के सदस्य हैं. इतना ही नहीं सभी मंत्रियों के अलावा कई वरिष्ठ नेताओं को पहले ही लोकसभा चुनाव में अपनी पसंदीदा सीट बताने के लिए कहा गया था.बता दें कि नड्डा पहली बार लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाने वाले हैं.
राज्यसभा में नई नीति
मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी ने राज्यसभा में एक नेता को दो से ज्यादा कार्यकाल नहीं देने की नई नीति बनाई है. इसी नीति के आधार पर केंद्र सरकार में मंत्री पद के मुख्तार अब्बास नकवी को राज्यसभा का टिकट देने से मना कर दिया गया था. पार्टी सूत्रों का कहना है कि, जेपी नड्डा लोकसभा चुनावी मैदान में अगर उतरते हैं, तो इससे इस नीति के प्रति सकारात्मक मैसेज जनता तक पहुंचेगी. हालांकि नड्डा का राज्यसभा में दूसरा कार्यकाल जल्द ही पूरा होने वाला है.
राजधानी की हो रही चर्चा
मिली सूचना अनुसार राजधानी दिल्ली से कई मंत्रियों ने लोकसभा चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा जताई है. जिसमें कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं, मगर पार्टी ने सबको अपने मूल राज्य से चुनाव लड़ने को कहा है. इतना ही नहीं पार्टी का कहना है कि, जिन नेताओं के उनके अपने ही राज्य में मजबूती नहीं है, उन्हें चुनाव से पूर्व पार्टी संगठन को मजबूत करने की जरूरत है.