मोहम्मद यूनुस ने PM मोदी को किया फोन, हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर कही ये बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस से फोन पर बातचीत की. इस चर्चा में बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर विचार-विमर्श हुआ. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर बताया कि यूनुस ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया. मोदी ने बांग्लादेश की लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील स्थिति के लिए भारत का समर्थन दोहराया.
Protection of Hindus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश सरकार की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस से फोन पर बात की है. इस बातचीत में उन्होंने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति के बारे में चर्चा की. इसके साथ ही बांग्लादेश ने भारत को हिंदुओं की रक्षा का भरोसा दिलाया. पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया (X) पर ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है.
बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा का दिया भरोसा
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (X) पर लिखा कि 'प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस का टेलीफोन पर बात की. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकर ने मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया. लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए भारत का समर्थन दोहराया. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, सुरक्षा का आश्वासन दिया.'
Received a telephone call from Professor Muhammad Yunus, @ChiefAdviserGoB. Exchanged views on the prevailing situation. Reiterated India's support for a democratic, stable, peaceful and progressive Bangladesh. He assured protection, safety and security of Hindus and all…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2024
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले अपने भाषण के दौरान भी बांग्लादेश में हुई घटनाओं का जिक्र किया और हालात को बेहद चिंताजनक बताया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो भी कुछ हुआ है उसको लेकर पड़ोसी देश होने के नाते हम चिंतित है. मैं इसको समझ सकता हूं. आशा करता हूं कि वहां पर हालात जल्द ही सामान्य होंगे.
पीएम मोदी ने बांग्लादेश की हालात को लेकर जताई चिंता
पीएम मोदी ने भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बीते दिन आशा जताई थी कि हिंसा प्रभावित बांग्लादेश में हालात जल्द ही सामान्य होंगे. उन्होंने कहा था कि 140 करोड़ भारतीय पड़ोसी देश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.उन्होंने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा कि भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है और वह बांग्लादेश की विकास यात्रा में उसका शुभचिंतक बना रहेगा.
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पतन के बाद बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के सदस्यों के खिलाफ हिंसा बढ़ी है. हसीना नौकरियों में विवादित आरक्षण व्यवस्था को लेकर अपनी सरकार के खिलाफ हुए व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देश छोड़कर पांच अगस्त को भारत आ गई थीं.