अक्षय कुमार नहीं, मुख्तार अंसारी था असली खिलाड़ी 786, जानिए कैसे?
Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी की मौत के बाद लोग उनके किस्से-कहानियों को याद कर रहे हैं. इस मौके पर हम भी आपको एक दिलचस्प किस्सा सुनाना चाहते हैं.
Mukhtar Ansari Khiladi 786: बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी अब इस दुनिया में नहीं रहा. गुरुवार की शाम जेल में हार्ट अटैक आने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. मुख्तार की मौत के बाद उसकी जिंदगी से जुड़े किस्से मीडिया और सोशल मीडिया पर गर्दिश कर रहे हैं. कोई मुख्तार की रहमदिली तो कोई खौफ की कहानियां सुनाने में लगा हुआ है. इस मौके पर हम भी आपको मुख्तार से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा सुनाने जा रहे हैं. जिसे पढ़कर आप भी कह उठेंगे कि अक्षय कुमार असली खिलाड़ी 786 नहीं बल्कि मुख्तार अंसारी था.
मुख्तार अंसारी के रसूख और दादागिरी से तो हर कोई वाकिफ है लेकिन आज हम आपको मुख्तार अंसारी के 786 प्रेम के बारे में बताने जा रहे हैं. ये वो नंबर है जिसे देखकर आसपास के लोग अंदाजा लगा लेते थे कि मुख्तार या फिर उसका कोई गुर्गा आ गया है. इसलिए मुख्तार को खिलाड़ी 786 कहना गलत नहीं होगा. वैसे तो इस नाम की एक बॉलीवुड फिल्म भी है, जिसमें अक्षय कुमार और मिथुन चक्रवर्ती जैसे दिग्गज एक्टर्स हैं. लेकिन हम मुख्तार की रियल कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं.
मुख्तार अंसारी की पहचान थी कि लंबा कद, आंखों पर चश्मा, लंबी और रौबदार मूंछों के अलावा गाड़ी नंबर 786 थी. कहा जाता है कि मऊ और आसपास के जिलों में जब भी कोई गाड़ी नंबर 786 गुजरती थी तो लोगों को अंदाजा बिना गाड़ी के अंदर देखे अंदाजा हो जाता था मुख्तार आ गया या फिर कोई उसका गुर्गा होगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक मुख्तार अंसारी जब भी कहीं से गुजरता था तो उसके काफिले में कई गाड़ियां होती थीं. हैरानी की बात तो यह थी कि उसकी सभी गाड़ियों में का नंबर 786 हुआ करता था. कहा जाता है कि मुख्तार की पहचान खिलाड़ी 786 के तौर पर होने लगी थी. क्योंकि उसकी गाड़ियों का नंबर 786 था और इससे पहले वो बेहतरीन खिलाड़ी यानी क्रिकेटर के तौर पर भी जाना था. लंबी-कद काठी के चलते मुख्तार अंसारी तेज गेंदबाजी करता था.
क्या है 786 का मतलब:
कुछ लोगों का मानना है कि इस्लाम धर्म में 786 एक लक्की नंबर के तौर पर देखा जाता है. इंटरनेट पर मौजूद कुछ जानकारियों के मुताबिक बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम का अर्थ ही 786 होता है. अरबी भाषा का वो वाक्य है जो किसी भी काम शुरू करने से पहले किया जाता है. इसका मतलब होता है,"शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और निहायत रहम वाला है." ऐसे में कुछ लोग इस अरबी वाक्य को पढ़ने की बजाय 786 पढ़ते हैं या फिर लिखते हैं. यही कारण है कि इस नंबर को कुछ लोग लक्की मानते हैं.