Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. आज कड़ी सुरक्षा के बीच उनके पैतृक स्थान उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में उनको दफनाया गया. उनके जनाजे में बड़ी तादाद में लोग शामिल हुए. मुख्तार को आखिरी बार देखने के लिए लोग बेताब थे, उनके समर्थकों ने कब्रिस्तान में घुसने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने उनको खदेड़ा. इस दौरान पुलिस ने पूरे इलाके में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम कर रखे थे.
इस्लाम में मरने के बाद शव को दफ्न करने की मान्यता है, लेकिन उससे पहले जनाजे की नमाज अदा की जाती है. मुख्तार अंसारी की जनाजे की नमाज में भारी संख्या में लोग आए थे. पूरा मैदान नमाजियों से भरा हुआ था.
गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के भाई अफजल अंसारी काली बाग कब्रिस्तान में उनके अंतिम संस्कार में मौजूद रहे. इस दौरान वो समर्थकों की भीड़ को हटाते नजर आए, साथ वो उनसे हाथ जोड़कर पीछे हटने को कहते दिख रहे हैं.
बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी का निधन हो गया था. 28 मार्च गुरुवार को देर रात जेल में तबीयत खराब होने के बाद उन्हें दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में लाया गया था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है. बताया जा रहा है बैरक में मुख्तार अचानक बेहोश होकर गिर पड़े थे. मंगलवार को मुख्तार के परिजन उससे मिलने मेडिकल कॉलेज आए थे. इसके बाद उन्हें कई घंटों के लिए आईसीयू में भर्ती कराया गया था.
बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती मुख्तार अंसारी की हालत काफी गंभीर बताई जा रही थी. इस बीच मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा बढ़ाई गई है. बांदा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम, और भारी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात रही. मंगलवार को मुख्तार के परिजन उससे मिलने मेडिकल कॉलेज आए थे. इस दौरान सिर्फ अफजल अंसारी ही उससे मिल पाए थे. जिसके बाद उमर अंसारी ने लोकल प्रशासन सहित सरकार पर जेल में मारने के गंभीर आरोप लगाए थे. सुरक्षा पर सवाल खड़े किए थे. खुद मुख्तार ने भी जेल प्रशासन पर खुद में स्लो पॉइजन देने का आरोप लगाया था. First Updated : Saturday, 30 March 2024