तंत्र-मंत्र के चक्कर में कर दी हत्या, जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अंधविश्वास का एक मामला सामने आया है। जिसे जानकर आपको आजीब लगेगा। मरने के बाद क्या कोई शख्स दोबारा ज़िंदा हो सकता है ज़ाहिर है ये नामुमकिन है लेकिन इस दुनिया मे अंधविश्वास में कुछ लोग जी रहे है यही कारण आई की प्रयागराज में एक शख्स ने सिद्धि

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अंधविश्वास का एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आपकी रूह कांप उठेगी। यहां सवाल ये है कि क्या मरने के बाद क्या कोई शख्स दोबारा ज़िंदा हो सकता है ? ज़ाहिर है ये नामुमकिन है लेकिन इस दुनिया में बहुत सारे लोग अंधविश्वास में जी रहे हैं। बताया जाता है कि प्रयागराज में एक शख्स ने सिद्धि प्राप्त करने के लिए अपनी ही हत्या खुद से करवा ली। सोचने पर ये कुछ अजीब लगेगा लेकिन ये सच है। प्रयागराज पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस की गिरफ्त में खड़ा ये शख्स नितेश सैनी है, जो हरिद्वार में रहता था हरिद्वार में ही आशीष दीक्षित से इसकी मुलाकात हुई।फिर दोनों में दोस्ती हो गई। आशीष तंत्र -मंत्र में यकीन रखता था। लिहाजा उसने नीतीश को यकीन दिलाया कि तंत्र विद्या से उसका जीवन बदल जायेगा और वो धनी हो जाएगा।
आपको बता दें कि इस बीच नीतीश और आशीष में दोस्ती गहरी हुई और आशीष नीतीश को विंध्याचल दर्शन कराने ले गया। इस बीच नीतीश का सारा खर्च आशीष ही उठाता था।जब पैसों की तंगी हुई तो आशीष नीतीश से अपना पैसा मांगने लगा। नीतीश ने आशीष से कहा कि स्थिति सुधरते ही लौटा दूंगा। उसके बाद आशीष ने नीतीश से कहा की उसे तंत्र विद्या हासिल करनी है। अगर वो उसको मार देगा तो वो फिर से जीवित होकर हरिद्वार में मिलेगा और दोबारा जीवित होने के बाद उसके अंदर दैवीय शक्तियां आ जायेंगी जिससे उसका जीवन भी बदल जायेगा। दोनों इस पर राजी हो गए। नीतीश ने सोचा कि अगर आशीष मरेगा तो उसका ही फायदा है ,क्योंकि जो पैसा वो मांग रहा वो देना नहीं पड़ेगा।
आशीष दीक्षित ने अपनी ही हत्या का प्लान तैयार कर लिया ।आशीष नीतीश को लेकर करछना के इस ढाबे के पीछे गया। आशीष ने पहले शराब का नशा किया उसके बाद नशीली गोलियां खाई। जब आशीष बेहोश होकर लेट गया तो नीतीश ने चॉपर से उसका गला काटकर काम तमाम कर दिया।इसके बाद उसने पूजा पाठ करने के बाद चॉपर और पूजा सामग्री को गंगा में बहा दिया। उसके बाद नीतीश सीधा रेलवे स्टेशन जाकर मरने वाले आशीष का इंतज़ार करने लगा ।जब आशीष नहीं आया तो आरोपी नीतीश हरिद्वार चला गया।
इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए प्रयागराज पुलिस ने बारीकी से जांच की और वारदात की कड़ी से कड़ी जुड़ती चली गई और वैज्ञानिक साक्ष्य से पुलिस को पता चल गया कि हत्या करने वाला नीतीश ही है। पुलिस ने उसको हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया। इस केस को पुलिस ने काफी मेहनत से साल्व किया है। DCP यमुनानगर सौरभ दीक्षित के मुताबिक इस केस की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस और सर्विलांस टीम ने भी दिन रात मेहनत की थी।
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