बख्शा नहीं जाएगा...,नागपुर हिंसा पर CM फडणवीस का पारा हाई, कहा- ट्रॉलियों में भरकर लाए थे पत्थर
नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे एक सुनियोजित साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और कुछ लोगों ने जानबूझकर सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश की. फिल्म 'छावा' को औरंगजेब के खिलाफ गुस्से का कारण बताते हुए फडणवीस ने शांति बनाए रखने की अपील की. इसके अलावा, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी इसे एक खास समुदाय को निशाना बनाने की साजिश बताया. नागपुर में स्थिति गंभीर है और कर्फ्यू लगा दिया गया है, लेकिन पुलिस मामले की जांच कर रही है. जानें क्या है इस हिंसा के पीछे की पूरी कहानी और राज्य सरकार का अगला कदम!

Nagpur Riots: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को नागपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा को एक सुनियोजित साजिश करार दिया. उन्होंने बताया कि हिंसा के दौरान भीड़ ने खासतौर पर घरों और प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया. यह हिंसा सोमवार को औरंगजेब के मकबरे के खिलाफ हुई एक फिल्म 'छावा' को लेकर हुए प्रदर्शन के बाद भड़की. इस हिंसा में तीन डीसीपी समेत 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनमें एक वरिष्ठ अधिकारी पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया.
भीड़ का गुस्सा और फिल्म 'छावा' का विवाद
फडणवीस ने इस हिंसा के पीछे फिल्म 'छावा' को जिम्मेदार ठहराया, जो औरंगजेब के खिलाफ लोगों के गुस्से को और बढ़ाने का काम कर रही है. उन्होंने अपील की कि लोग शांति बनाए रखें और कानून-व्यवस्था को बनाए रखें. फडणवीस ने कहा कि यदि कोई हिंसा करता है तो वह उसकी जाति या धर्म को देखते हुए कार्रवाई नहीं करेंगे. उन्होंने यह भी साफ किया कि पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई की जा रही है, चाहे वह किसी भी धर्म से क्यों न हो.
कर्फ्यू और स्थिति की गंभीरता
नागपुर के कई हिस्सों में हिंसा के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है. इस दौरान कई घरों और वाहनों में तोड़फोड़ की गई. भीड़ के पास हथियार थे और पत्थरों से भरी एक ट्रॉली थी, जिसे जानबूझकर हिंसा फैलाने के लिए इकट्ठा किया गया था. पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है, और मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कोई भी दोषी व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा.
विपक्षी नेता का बयान
नागपुर हिंसा के बारे में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी बयान दिया और कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक विशेष समुदाय को निशाना बनाने की साजिश हो सकती है. शिंदे ने यह भी कहा कि औरंगजेब की कब्र को लेकर कुछ लोगों का गुस्सा है, और इसे लेकर सही जानकारी लोगों तक पहुंचनी चाहिए. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि कोई भी समुदाय हिंसा में शामिल न हो.
नागपुर हिंसा ने राज्य में तनाव को बढ़ा दिया है, लेकिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें. पुलिस मामले की जांच कर रही है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस बीच, राज्य सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखा जाए और किसी भी तरह की हिंसा को रोका जा सके.