रिपोर्ट। मुस्कान
नई दिल्ली। दिल्ली के पुन: एकीकृत नगर निगम के चुनाव में मतदान कई लोगों के लिए मुसीबत साबित हुआ, जो आज मतदाता सूची में अपना नाम खोजने में विफल रहे। अन्य लोगों ने बताया कि उन्हें आवंटित मतदान केंद्र नहीं मिला और उन्होंने अधिकारियों पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उन्हें एक मतदान केंद्र से दूसरे मतदान केंद्र तक निर्देशित किया जा रहा है और इस प्रक्रिया में उन्होंने घंटों बिताए हैं।
कई मतदाताओं ने बताया कि विधानसभा और आम चुनावों में नियमित रूप से मतदान करने के बावजूद उनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। एक व्यक्ति ने कहा कि उसके आठ सदस्यों के परिवार को बाहर कर दिया गया है। लिस्ट में जिन लोगों का नाम नहीं है उनमें दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी भी शामिल हैं।
अनिल चौधरी ने कहा कि मुझे लापता नामों के बारे में पूरी दिल्ली से फोन आ रहे हैं। लाखों लोगों को मतदाता सूची से हटा दिया गया है। भाजपा जीत नहीं सकती है इसलिए वह अपनी हार को टालने की कोशिश कर रही है। इसने वार्डों का परिसीमन करके ऐसा ही किया और है मतदाता सूची से नाम हटाकर अब ऐसा कर रहे हैं।
भाजपा नेता मनोज तिवारी ने दावा किया कि शहर के सुभाष मोहल्ला वार्ड में 450 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं क्योंकि वे भाजपा का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि सुभाष मोहल्ला वार्ड में, 450 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं क्योंकि वे भाजपा का समर्थन करते हैं। यह दिल्ली सरकार की एक बड़ी साजिश है। मैं इसके खिलाफ शिकायत करूंगा और इस चुनाव को रद्द करने की अपील करूंगा और फिर से करूंगा। First Updated : Sunday, 04 December 2022