नोएडा के किसानों पर कुदरत का कहर, खेतों में लगी आग से 20 बीघा फसल खाक
नोएडा के दनकौर क्षेत्र के दादूपुर गांव में सोमवार सुबह खेतों में आग लगने से 6 किसानों की करीब 20 बीघा फसल जलकर राख हो गई. आग पर काबू पाने के लिए ग्रामीणों ने खुद प्रयास किए, लेकिन दमकल विभाग समय पर नहीं पहुंच सका. ग्रामीणों का कहना है कि फायर ब्रिगेड स्टेशन की दूरी के कारण उन्हें बार-बार ऐसे नुकसान झेलने पड़ते हैं.

नोएडा के दनकौर क्षेत्र में सोमवार की सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब दादूपुर गांव के खेतों में अचानक भीषण आग लग गई. इस आग में 6 किसानों की करीब 20 बीघा गेहूं की तैयार फसल जलकर राख हो गई. ग्रामीणों ने पूरी कोशिश की आग पर काबू पाने की, लेकिन दमकल की गाड़ी समय पर नहीं पहुंच पाई, जिससे नुकसान और भी बढ़ गया.
ग्रामीणों ने इस बात पर नाराजगी जताई कि फायर ब्रिगेड का कार्यालय दूर होने की वजह से हर बार ऐसे हादसों में भारी नुकसान उठाना पड़ता है. अब प्रशासन से मांग की जा रही है कि ग्रामीण इलाकों में भी दमकल सेवा को मजबूत किया जाए.
आग ने मिनटों में पकड़ा विकराल रूप
दादूपुर गांव के किसान इंद्रराज नागर ने बताया कि सुबह खेतों की तरफ से धुआं उठता देखा गया. जब तक ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया था और तेज हवाओं के कारण तेजी से फैल गई. गांव के दर्जनों लोगों ने मिलकर बाल्टियों और पानी की मोटरों से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी फसल जल चुकी थी.
6 किसानों की मेहनत पर फिरा पानी
इस हादसे में जिन किसानों की फसलें जली हैं, उनमें इंद्रराज नागर, धर्मपाल, रिंकू, लखमी, ओमप्रकाश और रामपाल शामिल हैं. सभी की करीब 20 बीघा फसल जल गई है, जो कटाई के लिए पूरी तरह तैयार थी. इन किसानों को इस साल अच्छी पैदावार की उम्मीद थी, लेकिन अब वे आर्थिक नुकसान के बोझ से जूझ रहे हैं.
फायर ब्रिगेड समय पर नहीं पहुंची
ग्रामीणों का कहना है कि फायर ब्रिगेड को समय पर सूचना दे दी गई थी, लेकिन दमकल वाहन काफी देरी से पहुंचे. तब तक बहुत देर हो चुकी थी. उनका आरोप है कि फायर स्टेशन की दूरी और लचर व्यवस्था की वजह से उन्हें हर बार भारी नुकसान झेलना पड़ता है.
प्रशासन ने शुरू की जांच
कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया. फिलहाल आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी या फिर किसी और वजह से.
ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग
हादसे के बाद पीड़ित किसानों ने प्रशासन से आर्थिक मुआवजे की मांग की है. उन्होंने कहा कि जब सरकार फसल बीमा की बात करती है तो ऐसे हालात में उन्हें राहत भी तुरंत मिलनी चाहिए. ग्रामीणों की मांग है कि गांव के पास एक छोटा दमकल केंद्र बनाया जाए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.