Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन हो चुका है और बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बन चुके हैं. वहीं, विपक्ष ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है. इस मुद्दे को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने 10 दिसंबर 2024 को शरद पवार के दिल्ली स्थित घर पर बैठक की. हालांकि, बैठक के अगले ही दिन यानी 11 दिसंबर को विपक्ष की परेशानी बढ़ गई.
इस परेशानी का कारण उनकी पार्टी में फूट का खतरा है. महाराष्ट्र में अब फिर से ‘ऑपरेशन लोटस’ की चर्चा तेज हो गई है. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का दावा है कि महा विकास अघाड़ी (MVA) के कई विधायक और सांसद अपनी-अपनी पार्टी से नाराज हैं और बीजेपी से संपर्क कर रहे हैं. इसके साथ ही चर्चा हो रही है कि कांग्रेस और एनसीपी शरद पवार गुट के कई विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, कांग्रेस ने इन आरोपों को नकारा है.
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि एमवीए के कई नेता बीजेपी से जुड़ने के लिए संपर्क कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इन नेताओं ने बीजेपी के "विकसित भारत" विजन के साथ जुड़ने की इच्छा जताई है. वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह सिर्फ बीजेपी की बेतुकी कोशिश है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी सांसद और विधायक पार्टी के साथ हैं और वे कहीं नहीं जा रहे हैं. वह दावा करते हैं कि आगामी शीतकालीन सत्र में महायुति (बीजेपी-शिवसेना) की असल स्थिति दिख जाएगी.
एनसीपी शरद पवार गुट की नेता विद्या चव्हाण ने भी इस दावे को नकारते हुए कहा कि बीजेपी के पास किसी भी पार्टी से सांसदों को तोड़ने का कोई आधार नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास केंद्र सरकार में नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू जैसे कमजोर गठबंधन सहयोगी हैं, और इसी कारण बीजेपी को डर है कि उनकी सरकार गिर सकती है. विद्या चव्हाण ने यह भी कहा कि एनसीपी के सांसद उनके साथ हैं और कोई भी उनका विश्वास नहीं तोड़ेगा. First Updated : Thursday, 12 December 2024