नीतीश कुमार का लालू यादव पर तंज: 'मैंने गलती से गठबंधन किया था', बिहार की सियासत में हंगामा!
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू यादव के "दरवाजे खुले हैं" बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। नीतीश ने कहा कि उन्होंने गलती से दो बार लालू के साथ गठबंधन किया था और अब पीछे हटने का सवाल नहीं है। इस बयान के बाद बिहार की सियासत में एक नई हलचल मच गई है। क्या बिहार के अगले चुनाव में महागठबंधन का रास्ता बंद हो गया है? जानें पूरी कहानी!
Nitish Kumar Bold Statement: बिहार की सियासत में इन दिनों एक नई जुबानी जंग छिड़ी हुई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष के नेता लालू यादव की "दरवाजे खुले हैं" टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब कुछ दिन पहले ही भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नीतीश कुमार को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था। नीतीश कुमार ने अब खुलकर यह कहा है कि उन्होंने गलती से लालू यादव के साथ गठबंधन किया था।
"गलती से दो बार उनके साथ गठबंधन किया"
पटना में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, "मैंने गलती से दो बार उनके (लालू यादव) साथ गठबंधन कर लिया था।" उन्होंने आगे कहा कि पहले सत्ता में जो लोग थे, उनके शासनकाल में क्या हुआ था? लोग रात के समय घरों से बाहर निकलने से डरते थे। नीतीश कुमार ने यह भी जोड़ा कि महिलाओं की स्थिति उस समय बहुत खराब थी, जबकि आज उनके द्वारा शुरू किए गए 'जीविका' कार्यक्रम के जरिए ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर बन चुकी हैं।
राजद से गठबंधन तोड़ा, फिर एनडीए में वापसी
नीतीश कुमार का यह बयान उनके और लालू यादव के बीच बढ़ते मतभेदों को और ज्यादा स्पष्ट करता है। जेडी(यू) पहले महागठबंधन का हिस्सा थी, लेकिन फिर विवादों के कारण नीतीश कुमार ने राजद के साथ गठबंधन तोड़ा और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में वापस आ गए। नीतीश कुमार के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण था क्योंकि इसने उन्हें केंद्र में मजबूत राजनीतिक स्थिति दिलाई।
लालू यादव की टिप्पणी और भाजपा का समर्थन
लालू यादव ने कुछ समय पहले यह कहा था कि उनके "दरवाजे खुले हैं," जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा था कि वह फिर से नीतीश कुमार को महागठबंधन में वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, नीतीश कुमार ने अब इस पर पूरी तरह से कड़ा रुख अपनाया और साफ कहा कि अब ऐसा कोई सवाल नहीं उठता। वहीं, भाजपा के नेताओं ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि नीतीश कुमार विधानसभा चुनाव में एनडीए का चेहरा होंगे।
तेजस्वी यादव ने किया पलटवार
राजद के अध्यक्ष लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। तेजस्वी ने कहा, "नीतीश कुमार के लिए हमारे दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं। अब हमें उनकी कोई जरूरत नहीं है। बिहार की जनता मुझ पर भरोसा करती है, और हम इस बार अपने दम पर सरकार बनाएंगे।" तेजस्वी का यह बयान साफ तौर पर दिखाता है कि राजद अब नीतीश कुमार के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करना चाहता है।
सियासी हलचलें और बिहार का भविष्य
राजनीतिक सियासत में यह घटनाक्रम बिहार की आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ा संदेश दे रहा है। जहां एक ओर नीतीश कुमार भाजपा के साथ अपने गठबंधन को मजबूत करने में लगे हैं, वहीं दूसरी ओर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद खुद को एक मजबूत विकल्प के रूप में पेश कर रहा है। अब देखना यह होगा कि बिहार की जनता किसे अपनी सियासी मंजिल पर पहुंचाती है। यह मामला सिर्फ एक राजनीतिक जंग नहीं, बल्कि राज्य की भावी दिशा तय करने वाला अहम मोड़ भी हो सकता है।