Kolkata rape murder case: कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल में एक डॉक्टर के बलात्कार और हत्या में भारतीय जनता पार्टी ने 28 अगस्त यानी बुधवार को 12 घंटे की हड़ताल बुलाई है. इस बीच आज यानी मंगलवार को पश्चिम बंगाल सरकार ने लोगों से इस हड़ताल का हिस्सा न बनने का आग्रह किया है. इसके साथ ही कहा है कि प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि बंद के कारण सामान्य जनजीवन आर असर ना पड़े.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने आज राज्य सचिवालय नबन्ना तक प्रदर्शन मार्च में भाग लेते वाले लोगों पर पुलिस के एक्शन के विरोध में बुधवार सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक बंगाल बंद का आह्वान किया है. ऐसे में सीएम ममता के मुख्य सलाहकार अलपन बंदोपाध्याय ने कहा, 'सरकार बुधवार को किसी भी बंद की अनुमति नहीं देगी. हम लोगों से इसमें भाग नहीं लेने का आग्रह करते हैं.
इस बीच बंदोपाध्याय ने आगे कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए भी सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे सामान्य जीवन प्रभावित न हो. इसके साथ ही राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी करके अपने सभी कर्मचारियों से बंगाल बंद में शामिल नहीं होने के लिए कहा है. इस बीच पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फोरम ने महिला ट्रेनी डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए 28 अगस्त को कोलकाता में एक बड़ी रैली का ऐलान किया है.
इस दौरान राज्य सचिवालय 'नबन्ना' द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया, 'यह फैसला लिया गया है कि 28 अगस्त को पहली या दूसरी शिफ्ट में किसी कर्मचारी को कोई आकस्मिक अवकाश नहीं मिलेगा न ही पूरे दिन के लिए किसी की छुट्टी स्वीकार की जाएगी. जो कर्मचारी 27 अगस्त, 2024 को छुट्टी पर थे, उन्हें 28 अगस्त, 2024 को ड्यूटी पर रिपोर्ट करना होगा.
अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि 28 अगस्त को कर्मचारियों की अनुपस्थिति को 'डाइस-नॉन' (जानबूझकर की गई छुट्टी) माना जाएगा और उस दिन का वेतन कटेगा जब तक कि ऐसी अनुपस्थिति निम्नलिखित आधारों पर ना हो. 1-कर्मचारी अस्पताल में भर्ती हो, 2-परिवार में किसी की मृत्यु हो गई हो. 3- कर्मचारी किसी गंभीर बीमारी की वजह से पहले से ही छुट्टी पर हो. 4-कर्मचारी चाइल्ड केयर लीव, मैटरनिटी लीव, मेडिकल लीव या 2 अगस्त से पहले स्वीकृत अर्न्ड लीव पर हो.
दरअसल, भाजपा ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की भी मांग की. बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, 'हम आम हड़ताल का आह्वान करने के लिए मजबूर हैं क्योंकि यह निरंकुश शासन लोगों की आवाज, मृत डॉक्टर बहन के लिए न्याय की मांग को अनसुना कर रहा है. न्याय के बजाय, ममता बनर्जी की पुलिस राज्य के शांतिप्रिय लोगों पर हमला कर रही है, जो केवल महिलाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण चाहते हैं.' First Updated : Tuesday, 27 August 2024