उमर नहीं, मैं चुनाव लडूंगा, मतदान की तारीखों के ऐलान के बाद फारूक अब्दुल्ला का बयान

18 सितंबर से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव शुरू होंगे. पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने घोषणा की है कि वे इस चुनाव में खुद भाग लेंगे और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे. फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि यदि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिल जाता है, तो वे अपना पद छोड़ देंगे और उमर अब्दुल्ला चुनावी मैदान में उतरेंगे.

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Jammu Kashmir Election: 18 सितंबर से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव शुरू हो जाएंगे. चुनाव की घोषणा के बाद, पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने अपने चुनावी इरादे पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वे इस चुनाव में खुद लड़ेंगे, जबकि उनके बेटे उमर अब्दुल्ला इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे. फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि जब जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिल जाएगा, तो वे पद छोड़ देंगे और उमर अब्दुल्ला चुनावी मैदान में उतरेंगे.

फारूक अब्दुल्ला ने उठाए सवाल

इसके साथ ही, फारूक अब्दुल्ला ने चुनाव आयोग से अपील की है कि समान अवसर सुनिश्चित किए जाएं, विशेष रूप से उन अधिकारियों के संदर्भ में जिनके तबादले किए गए हैं. उन्होंने चुनाव आयोग से यह भी अनुरोध किया कि अधिकारियों के तबादलों की जांच की जाए और यह स्पष्ट किया जाए कि उनके तबादले किस आधार पर किए गए हैं.

केएनसी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के ऐलान होने के बाद कहते हैं'(19)87-88 के बाद यह पहली बार है कि राज्य में इतने कम समय और चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं. हम चुनाव की तैयारी कर रहे हैं. मैं चुनाव आयोग से अनुरोध करना चाहता हूं कि वह राज्य में पिछले 24 घंटों में अधिकारियों के तबादले का जायजा ले. इससे बीजेपी और उसकी बी, सी और डी टीमों को मदद मिल सकती है. ईसीआई को इस पर एक नोटिस जारी करना चाहिए और उनके दिशानिर्देशों के बाहर स्थानांतरण तुरंत रोका जाना चाहिए.'

वहीं गुलाम नबी आज़ाद ने चुनाव के ऐलान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि 10 साल बाद जम्मू- कश्मीर में चुनाव हो रहे हैं, आजादी के बाद ये पहली दफा है कि 10 साल बाद चुनाव हो रहे हैं पूरा देश मीडिया और नेताओं से ज्यादा जम्मू कश्मीर के मतदाता चुनाव का इंतजार कर रहे हैं.

First Updated : Friday, 16 August 2024