तिरुपति मंदिर में अब सिर्फ हिंदू करेंगे काम, CM चंद्रबाबू नायडू ने की गैर-हिंदुओं को हटाने की बात
Chandrababu Naidu on Tirupati Temple: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमाला-तिरुपति देवस्थानम को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि तिरुपति मंदिर में केवल हिंदुओं को ही नौकरी दी जानी चाहिए, जबकि गैर-हिंदू कर्मचारियों को सम्मानपूर्वक अन्य स्थानों पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए.

Chandrababu Naidu on Tirupati Temple: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि तिरुमाला-तिरुपति देवस्थानम (TTD) में अब केवल हिंदुओं को ही रोजगार दिया जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई गैर-हिंदू कर्मचारी वर्तमान में मंदिर में कार्यरत है, तो उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्हें अन्य स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा. मुख्यमंत्री का यह बयान तिरुपति मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद आया, जहां उन्होंने अपने परिवार के साथ भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन किए.
मुख्यमंत्री नायडू ने इस दौरान यह भी घोषणा की कि उनकी सरकार देशभर के सभी राज्यों की राजधानियों में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिरों का निर्माण करने की योजना बना रही है. इसके अलावा, उन्होंने तिरुमाला की पवित्र पहाड़ियों के पास किसी भी व्यावसायिक गतिविधि पर प्रतिबंध लगाने की बात दोहराई.
गैर-हिंदू कर्मचारियों को किया जाएगा स्थानांतरित
चंद्रबाबू नायडू ने दोहराया कि तिरुपति मंदिर में केवल हिंदू ही काम कर सकते हैं. सीएम नायडू ने कहा कि, "तिरुमाला मंदिर में सिर्फ हिंदुओं को ही काम पर रखा जाना चाहिए. अगर दूसरे धर्म के लोग वर्तमान में काम कर रहे हैं, तो उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना उन्हें दूसरी जगहों पर बसाया जाएगा."
वेंकटेश्वर स्वामी के मंदिर देशभर में बनाए जाएंगे
मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार देशभर में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिरों के निर्माण की योजना बना रही है. उन्होंने कहा, "हम सभी राज्यों की राजधानियों में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के मंदिर बनाएंगे, ताकि भक्तों को अपने राज्य में ही भगवान के दर्शन करने का अवसर मिले."
मंदिर परिसर में व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक
मुख्यमंत्री ने तिरुमाला की सात पहाड़ियों के आसपास किसी भी व्यावसायिक गतिविधि को प्रतिबंधित करने की घोषणा की. उन्होंने बताया कि पिछली सरकार द्वारा मंदिर के निकट 35.32 एकड़ भूमि पर मुमताज होटल की स्थापना की मंजूरी दी गई थी, लेकिन उनकी सरकार ने इस आदेश को रद्द कर दिया है. उन्होंने कहा, "तिरुमाला की पवित्र पहाड़ियों के आसपास किसी भी व्यावसायिक गतिविधि की अनुमति नहीं दी जाएगी. यहां केवल शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा."
पारिवारिक पूजा और अन्नदान का आयोजन
चंद्रबाबू नायडू अपने बेटे नारा लोकेश और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने वैकुंठम कतार परिसर से मंदिर में प्रवेश किया, जहां तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के अध्यक्ष बी आर नायडू ने उनका स्वागत किया.
यह दौरा मुख्यमंत्री के पोते देवांश के जन्मदिन के अवसर पर हुआ था. इस मौके पर नायडू परिवार ने वेंगमंबा अन्नदान वितरण केंद्र में अन्न प्रसादम वितरण में भी भाग लिया. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एक दिन के प्रसाद वितरण का खर्च टीटीडी अन्नदान ट्रस्ट को दान कर दिया.
भगवान वेंकटेश्वर की कृपा से बचा जीवन - सीएम नायडू
चंद्रबाबू नायडू ने भगवान वेंकटेश्वर के प्रति अपनी गहरी आस्था व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी कृपा से ही वे कई हमलों से बच पाए हैं. उन्होंने कहा, "मुझे 24 क्लेमोर माइंस से निशाना बनाया गया था. ऐसे हमले से बचना असंभव था, लेकिन मैं पूरी तरह से भगवान वेंकटेश्वर की दिव्य कृपा के कारण बच गया. मैं इतने बड़े विस्फोट से बच गया, यह भगवान की अपार शक्ति को साबित करता है."