खंडवा, मध्यप्रदेश। तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में गुरुवार शाम करीब साढ़े चार बजे नर्मदी नदी में बांध के पास सूरत के तीर्थयात्रियों से भरी नाव पलट गई। हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई। शव शाम करीब 7:30 बजे निकाले गए। इस मामले में नाविक की लापरवाही सामने आई है।
ओंकारेश्वर में नाव संचालक तीर्थयात्रियों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। प्रतिबंधित क्षेत्रों में नाव ले जाने की मनाही है, लेकिन रुपयों के लालच में नाविक जोखिम भरे स्थानों पर भ्रमण करवा रहे हैं। गुरुवार को सूरत निवासी 31 वर्षीय दर्शना बेन, छह वर्षीय पुत्र व परिवार के साथ ओंकारेश्वर आई थी।
दोनों परिवार के साथ नाव की सवारी कर रहे थे, तभी नाविक नाव को ओंकारेश्वर बांध के पास ले गया। यहां टरबाइन से तेज गति से पानी गिर रहा था। यहां जाते ही नाव पलट गई। घटना की जानकारी लगते ही मांधाता थाने से पुलिसकर्मी पहुंचे।
गोताखोरों की मदद से डूब रहे तीर्थ यात्रियों को बचाने में सभी लोग लग गए। मांधाता थाना प्रभारी बलराम सिंह राठौर ने बताया कि नाव में 11 से 12 लोग सवार थे। बता दें कि एक पखवाडे पूर्व भी शाम को नाव के चट्टान से टकराने की घटना हो चुकी है। वहां मौजूद नाविकों के प्रयास से बड़ा हादसा टल गया था।
इसके बाद भी प्रशासन ने इस दुर्घटना से कोई सबक नहीं लिया। हादसे की शिकार महिला के स्वजन दिलीप भाई ने कहा कि दुर्घटना होने पर नाविक अपनी जान बचाने की कोशिश करता रहा। हमारे परिवार को बचाने का कोई प्रयास नहीं किया।
विवेक सिंह, (पुलिस अधीक्षक) के अनुसार -
नाव पलटने से मां-बेटे की मौत हुई है। हादसे को लेकर नाविकों की लापरवाही सामने आई है। दो नाविकों पर प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। First Updated : Friday, 04 November 2022