‘शिंदे का अपमान बर्दाश्त नहीं..' कुणाल कामरा के मजाकिया वीडियो पर महाराष्ट्र में विवाद, फडणवीस कहा- माफी मांगे
महाराष्ट्र की राजनीतिक में इन दिनों एक अलग ही बवाल देखने को मिल रहा है. यह बवाल मशहूर कॉमेडियन कुणाल कामरा के एक मजाकिया वीडियो को लेकर हो रहा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कामरा को माफी मांगने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि वो कॉमेडी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन किसी का अपमान करना सही नहीं है. चलिए क्या है पूरा मामला जानते हैं.

महाराष्ट्र में राजनीतिक और हास्य जगत के बीच एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. मशहूर कॉमेडियन कुणाल कामरा के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर किए गए एक मजाक के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के एक स्टूडियो में तोड़फोड़ कर दी. इस घटना के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कामरा को माफी मांगने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि वह कॉमेडी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन किसी का अपमान करना सही नहीं है. वहीं, इस विवाद पर अभी तक एकनाथ शिंदे की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
बता दें कि कुणाल कामरा के एक मजाक से शुरू हुआ यह विवाद अब राजनीतिक रंग ले चुका है. एक तरफ शिवसेना (शिंदे गुट) इसे अपने नेता का अपमान बता रही है, तो दूसरी तरफ विपक्ष इस मामले को असहिष्णुता से जोड़कर देख रहा है.
मजाक बना विवाद की वजह
कुणाल कामरा ने हाल ही में अपने कॉमेडी शो में एकनाथ शिंदे को लेकर एक पैरोडी प्रस्तुत की थी. उन्होंने 1997 की सुपरहिट फिल्म दिल तो पागल है के गाने भोली सी सूरत को नए अंदाज में पेश किया, जिसमें शिंदे को 'गद्दार' कहकर संबोधित किया गया. बता दें कि 2022 में शिंदे ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से बगावत कर दी थी, जिससे उनकी सरकार गिर गई थी और पार्टी में विभाजन हो गया था.
शिवसेना कार्यकर्ताओं का गुस्सा
इस पैरोडी के बाद शिवसेना कार्यकर्ता भड़क गए और मुंबई के हैबिटेट स्टूडियो में जबरदस्त हंगामा किया. वायरल वीडियो में कार्यकर्ताओं को कुर्सियां फेंकते, कैमरे, लाइट और स्पीकर तोड़ते देखा गया. इस हिंसा के बाद स्टूडियो प्रबंधन ने अनिश्चितकाल के लिए इसे बंद करने का ऐलान कर दिया है. स्टूडियो की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हम इस हमले से स्तब्ध और बेहद दुखी हैं. कलाकार अपने विचारों और रचनात्मकता के लिए जिम्मेदार होते हैं, लेकिन हर बार हमें ही निशाना बनाया जाता है, जैसे हम परफॉर्मर के लिए एक प्रॉक्सी हैं.
देवेंद्र फडणवीस ने माफी मांगने की कही बात
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वे हास्य और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन यह स्वतंत्रता असीमित नहीं है. उन्होंने कहा कि संविधान हमें स्वतंत्रता देता है, लेकिन इसकी भी सीमाएं हैं. किसी की गरिमा को ठेस पहुंचाने की इजाजत किसी को नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र की जनता का हवाला देते हुए कहा, कि 2024 के चुनावों में लोगों ने तय कर दिया कि गद्दार कौन है और असली शिवसेना की विरासत किसके पास है.
अजित पवार ने किया शांति की अपील
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सभी को जिम्मेदारी से बोलना चाहिए ताकि पुलिस को हस्तक्षेप करने की जरूरत न पड़े. उन्होंने कहा, कि किसी को भी कानून और संविधान की सीमाओं से बाहर नहीं जाना चाहिए. मतभेद हो सकते हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन को बीच में न लाने की सावधानी बरतनी चाहिए.
आदित्य ठाकरे और प्रियंका चतुर्वेदी का जवाब
उद्धव ठाकरे गुट के विधायक आदित्य ठाकरे ने इस हमले की आलोचना करते हुए कहा कि सिर्फ एक गाने से अगर कोई भड़क जाता है, तो यह दर्शाता है कि वह कितना असुरक्षित और कमजोर है. वहीं सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, शिंदे का नाम सीधे तौर पर मजाक में नहीं लिया गया था. फिर भी अगर किसी को यह मजाक चुभा, तो यह साबित करता है कि इसमें कुछ सच्चाई थी.
हम अपने नेता का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे
राज्य के मंत्री प्रताप सरनाईक ने इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने कहा, 'मैं मंत्री हूं और तोड़फोड़ का समर्थन नहीं करता, लेकिन अगर हमारे नेता का अपमान होगा, तो हम भी पीछे नहीं हटेंगे.'
स्टूडियो ने किया अनिश्चितकालीन बंद होने का ऐलान
मामले के बढ़ते विवाद को देखते हुए हैबिटेट स्टूडियो ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर घोषणा की कि वे अनिश्चितकाल के लिए अपने दरवाजे बंद कर रहे हैं. स्टूडियो ने कहा, हम एक ऐसा तरीका तलाश रहे हैं जिससे कलाकारों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मिल सके, लेकिन हमारी संपत्ति और सुरक्षा भी सुनिश्चित हो.