टीचर्स डे के मौके पर मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के टीचर्स को स्टेट टीचर्स अवार्ड देकर किया सम्मानित

शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली के उपमुख्यंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के 23 स्कूल हेड और 95 टीचर्स को स्टेट टीचर्स अवार्ड देकर सम्मानित किया। थायाग्राज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमें गर्व है कि हमने शानदार स्‍कूल बनवाये हैं।

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शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली के उपमुख्यंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के 23 स्कूल हेड और 95 टीचर्स को स्टेट टीचर्स अवार्ड देकर सम्मानित किया।

थायाग्राज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमें गर्व है कि हमने शानदार स्‍कूल बनवाये हैं। CBI भेजनी है तो भेज दो, हम डरते नहीं हैं। फांसी पे चढ़ा दो, जेल में डाल दो। लेकिन स्कूल बनाना भ्रष्टाचार है तो हर राज्य के शिक्षामंत्री और प्रधानमंत्री को ये भ्रष्टाचार करना चाहिए।

बीजेपी पर निशाना साधते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं गर्व से कहता हूं कि 8 साल से शिक्षा मंत्री के रूप में काम किया है, आपको शिकायत है कि ज्यादा कमरे, ज्यादा टॉयलेट क्यों बनवाए, शानदार डेस्क क्यों बनवाए, हमें गर्व है कि हमने यह सब किया है। चाहे फांसी लगा दो, जेल भेज दो, अगर हिम्मत है तो ये करके दिखाओ जो हमारी टीम एजुकेशन ने पिछले 8 साल में किया है। हमने सुना कि फलाना भारतीय व्यक्ति अमीरी में दुनिया का तीसरे नम्बर का आदमी बन गया। भारत अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ गया। हम अखबारों की हेडलाइन नहीं बदल सकते हैं, हमें टेक्स्टबुक का कंटेंट बदलना है। हम जब टेक्स्टबुक में यह पढ़ाने लगेंगे कि भारत विकसित देश है, तब यह सब सार्थक होगा। सिसोदिया ने कहा कि जिन शिक्षकों को आज अवॉर्ड दिया गया है, उन्हें कंधे पर ज्यादा जिम्मेदारी है। लोगों की आपसे उम्मीदें होंगी, शिक्षक के कंधों पर समाज की जो जिम्मेदारी है वो दुनिया के किसी प्रोफेशन में नहीं है। डॉक्टर, इंजिनियर का एक अलग दायरा होता है लेकिन टीचर का दायर 360 डिग्री होता है।

आज शिक्षक दिवस पर जब मैं बधाई देने आया हूं, तो शिक्षा मंत्री के रूप में कुछ मांगना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि हम हर बच्चे की आंख में भारत को नम्बर वन बनाने का सपना रखें। दिल्ली के 44 लाख बच्चे आपके हाथ में हैं, इनकी आंखों में देश को नम्बर वन बनाने का सपना डालना है।

मनीष सिसोदिया ने उदाहरण देते हुए कहा कि एक फिल्म है मैडम गीता, उसमें एक डायलॉग है- अगर टीचर थोड़ी और मेहनत करने लगे, तो पुलिस वालों की मेहनत कम हो जाएगी। मैं यह कहना चाहता हूं कि अगर शिक्षकों ने मेहनत नहीं की होती, तो पुलिस के लिए कानून व्यवस्था को संभालना और मुश्किल हो जाएगा। हमारे हेप्पीनेस करिकुलम के कार्यक्रम में जब तब के चीफ जस्टिस आए थे, तब उन्होंने कहा था कि अगर हैप्पीनेस करिकुलम को ठीक से लागू कर दें तो अदालतों का काम कम हो जाएगा। First Updated : Monday, 05 September 2022