Uttar Pradesh News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बस्ती जिले के सर्किट हाउस में डीएम और एसपी के साथ बैठक की. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के 2027 के विधानसभा चुनाव में 2017 जैसा प्रदर्शन किए जाने के दावे का समर्थन किया है. राजभर ने कहा कि एक बार फिर से हम एनडीए के साथ हैं. एक बार फिर से मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कांवड़ यात्रा वाले मार्ग पर यूपी सरकार के आदेश को लेकर चल रहे सियासी घमासान का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष इस मुद्दे पर भ्रम फैलाने की राजनीति कर रहा है.
मीडिया से बातचीत के दौरान पेपर लीक मामले में उनके एक विधायक का वीडियो वायरल होने के सवाल परओमप्रकाश राजभर भड़क उठे. उन्होंने कहा की यह खबर फर्जी है. सीबीआई ने जो रिपोर्ट दाखिल की है, उस में उनका नाम नहीं है. उन्होंने कहा कि वो 2009 का मामला है, समाजवादी पार्टी सरकार के समय का था. अखिलेश यादव के समय का मामला है. इस बीच कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानदारों को नेम प्लेट लगाए जाने के आदेश पर विपक्ष के विरोध को लेकर कहा कि विपक्ष का काम है विरोध करना. सरकार का काम है काम करना.
ओमप्रकाश राजभर ने सपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी सरकार के समय दंगे होते थे. मौजूदा सरकार में दंगे हुए क्या? इस बीच 2027 के विधानसभा चुनाव में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के 2017 जैसा प्रदर्शन किए जाने के दावे का भी समर्थन करते हुए कहा कि 2017 में डिप्टी सीएम प्रदेश अध्यक्ष थे, उन्ही के नेतृत्व में 325 सीटें आई थी, बाद में मेरे हटने के बाद 75 सीटें कम हो गई थी. उपचुनाव को लेकर सीएम योगी द्वारा बनाए गए प्रभारी की लिस्ट में ओपी राजभर का नाम नहीं होने पर ओपी राजभर ने कहा कि सूची भाजपा की है न कि सुभासपा की.