पन्ना: इस देश में ईमानदार होना अपराध है क्या
मामला चुने हुए जनप्रतिनिधि के माध्यम से सामने निकल कर आए तो मामला और भी गंभीर हो जाता है। जी हां ऐसा ही एक मामला पन्ना जिले की गुनौर विधानसभा के ग्राम पंचायत पटना तमोली का है
संबाददाता- अमित सिंह (पन्ना, मध्यप्रदेश)
मध्यप्रदेश। मामला चुने हुए जनप्रतिनिधि के माध्यम से सामने निकल कर आए तो मामला और भी गंभीर हो जाता है। जी हां ऐसा ही एक मामला पन्ना जिले की गुनौर विधानसभा के ग्राम पंचायत पटना तमोली का है। जहां पर नवनिर्वाचित सरपंच द्वारा जिला पंचायत सीईओ को एक पत्र लिखा गया है।
जिसमें उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि क्या इस देश में ईमानदार होना गलत है? मेरी ग्राम पंचायत में उपयंत्री द्वारा मुझसे कमीशन मांगा जा रहा है और कहा जा रहा है, यह कमीशन ऊपर तक देना होता है। अब ऐसे में मैं कैसे ग्राम पंचायत का विकास करू? वहीं इस पूरे मामले में जिला प्रशासन ने सरपंच की आपत्ति को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
जिस पर सरपंच ने मंत्री से लेकर अधिकारियों तक भी इसकी शिकायत की है। अब ऐसे में सवाल ये खड़े होते हैं कि, जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि ही अगर अपनी समस्या का निराकरण नहीं करा पा रहे हैं तो आम जनता के हाल क्या होंगे?
शिवराज जी की भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति कैसे सफल हो सकेगी। वहीं जिन उपयंत्री पर सरपंच ने आरोप लगाया है, उनका साफ कहना है कि यह आरोप जो मेरे ऊपर लगाए जा रहे हैं वह सब निराधार है। जब इस पूरे मामले पर जिले में दौरा कर रहे प्रभारी मंत्री रामकिशोर नानो से बात की गई तो, उन्होंने इस पूरे मामले पर जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही।
जिस तरह प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार को लेकर लगाम लगाने की बात कह रही है, ठीक उसके विपरीत आम जनता के बीच से भी शिकायतें आ रही हैं। लेकिन जब वहीं चुने हुए जनप्रतिनिधि भी इस आरोप की पुष्टि सुनिश्चित कर दें तब यह बात स्पष्ट होती है कि तंत्र में कहीं ना कहीं तो भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर पनप रहा है। पन्ना जिले में अधिकारी इस भ्रष्टाचार का हिस्सा बने हुए हैं, इसीलिए सरपंच के शिकायती पत्र पर भी किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।