कर्नाटक में लोगों को महंगाई की दोहरी मार, प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने बढ़ाया किराया, जानें कब से होगा लागू
रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम ईंधन की बढ़ती कीमतों और टोल में वृद्धि के कारण निजी परिवहन ऑपरेटरों के लिए लागत में वृद्धि के रूप में उठाया गया है. एसोसिएशन ने कहा कि डीजल और टोल टैक्स में दोहरी वृद्धि के कारण होने वाले वित्तीय तनाव को कम करने के लिए किराए में संशोधन आवश्यक था.

कर्नाटक में लोगों को एक और महंगाई का झटका लगने वाला है. दरअसल, कर्नाटक में प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने बसों के किराए में 15 फीसदी बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. यह फैसला ऐसे समय हुआ है, जब हाल ही में सरकार ने डीजल और टोल में वृद्धि की घोषणा की है. यह फैसला 1 मई से लोगू होगा.
क्यों बढ़ाया किराया?
रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम ईंधन की बढ़ती कीमतों और टोल में वृद्धि के कारण निजी परिवहन ऑपरेटरों के लिए लागत में वृद्धि के रूप में उठाया गया है. एसोसिएशन ने कहा कि डीजल और टोल टैक्स में दोहरी वृद्धि के कारण होने वाले वित्तीय तनाव को कम करने के लिए किराए में संशोधन आवश्यक था. यह ऐसे समय हुआ है जब कर्नाटक में पहले से ही विभिन्न परिवहन और व्यापार समूहों के नेतृत्व में बढ़ती कीमतों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. निजी बस किराए में वृद्धि के फैसले से लोगों में गुस्सा बढ़ने की संभावना है, खासकर तब जब परिवारों को अपने बजट पर बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ रहा है.
लॉरी ओनर्स एसोसिएशन ने भी किया समर्थन
इस स्थिति में एसोसिएशन ने लॉरी ओनर्स एसोसिएशन का भी समर्थन किया, जिसने बंद का आह्वान किया है. एसोसिएशन ने एक बयान में कहा, "हम लॉरी ओनर्स एसोसिएशन द्वारा बुलाए गए बंद का समर्थन करते हैं. निजी बस सेवाओं को बंद करने के बारे में अलग से निर्णय लिया जाएगा." विरोध प्रदर्शन के तहत निजी बसों को भी सड़कों से हटाए जाने की संभावना बनी हुई है, तथा एसोसिएशन द्वारा इस पर आगे विचार-विमर्श किया जाएगा.
इससे पहले कर्नाटक सरकार ने दूध के दामों में बढ़ोतरी की थी. इसके बाद बेंगलुरू महानगर पालिका ने कूड़े पर सेस लगाने का फैसला किया है. सरकारी बसों के किराए में भी वृद्धि का ऐलान किया गया है.


