उत्तर प्रदेश में बिजली अधिकारियों की हड़ताल के बाद प्रदेश के कई जिलों और गावों में बिजली का संकट छाया हुआ है। आपको बता दें कि कल यानी शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली की कटौती को लेकर नराजगी जताई है। प्रदेश के लगभग 1 लाख बिजली कर्मचारी 72 घंटे की हड़ताल पर है। इस आदोंलन में आपको बता दें कि बिजली विभाग के संविदा के कर्मचारी अपनी मांगो से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है।
बिजली कर्मचरियों की हड़ताल के कारण प्रदेशभर में लगातार बिजली का संकट छाया हुआ है। कई जिलों में बिजली की परेशानियां आ रही है। उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ में रूर- रूक के बिजली आ रही है। गोमतीनगर के मुहल्लों में हर एक से 2 घंटे के अंतराल पर बिजली कट हो रही है। शुकवार की देर रात गोमतीनगर के इलाके के आस- पास करीब 6 घंटे बिजली गायब रही। शाम को करीब साढे 7 बजे कटी बिजली रात के 1.45 बजे रिस्टोर हो पाई। राजधानी के अन्य इलाकों में भी कुछ इसी प्रकार की स्थिति देखी है।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी का बनारसी साड़ी का मुख्य व्यवसाय भी कहे जाने वाले काशी में भी बिजली की कटौती का संकट छाया हुआ है। कई दुकान बिजली न होने की वजह से शटर तक नही छोले है। तो वही दूसरी तरफ कुछ लोग मोबाइल फोन, टार्च और मोमबत्ती का सहारा लेकर अपना काम कैसी भी चला रहे है। ग्रामीण इलाकों की बात करें तो वहां पानी की समस्या जिससे सिंचाई तक नहीं हो पा रही हैं।
विधूत कर्मचारियों की हड़ताल के कारण आम जनता को अब परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। जनपद पीलीभीत में 17 और 18 मार्च फीडर खराब हुआ वो खराब ही है। इटावा के लोग भी बिजली की कटौती को लेकर सड़को पर उतरे है। बिजनौर कर्मचारियों की 72 घंटे के हड़ताल के चलते बिजनौर के कई इलाकों में बिजली की समस्या ठप हो गई है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भी बिजली कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर 72 घंटे का धरना प्रदर्शन कर रहे है। नारेबाजी धरनारत कर्मचारियों द्वारा की जा रही है।
यूपी के प्रयागराज में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का असर अब आम जन जीवन पर भी पड़ने लगा है। प्रयागराज के जिलों के कई इलाकों में बिजली न होने से लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है। लोगों को बिना बिजली के न पानी मिल पा रहा है न समय से खाना बन पा रहा है। पानी के लिए हैंडपैंप के सामने लंबी लाइन दिख रही है। तो वहीं दूसरी तरह कई जगहों पर लोगों ने चक्का जाम कर अपना विरोध जताया।
उत्तर प्रदेश के लगभग- लगभग सभी जिलों में बिजली की समस्या आ रही है। बाराबंकी में भी बिजलीकर्मियों को 72 घंटे की हड़ताल खलवली मच गई है। बिजली कर्मियों की हड़ताल के कारण करीब आधे दर्जनों से अधिक गांवों में बिजली नहीं रही। आम लोगों में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा बिजली न होने पर पानी की भी परेशानिया शुरू हो गई है। गांव वालों का कहना है कि बिजली न होने होने की वजह से सारे काम बंद है। कुछ लोगों का कहना है कि मोबाइन बंद हो गया है जिस वजह से उनके कामों में भी परेशानिया आ रही है। First Updated : Sunday, 19 March 2023