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'इतना पैसा कभी देखा भी नहीं था!' – कुंभ में नाव चलाकर पिंटू मल्लाह ने कर दी ₹30,00,00,000 करोड़ की कमाई

प्रयागराज के पिंटू मल्लाह और उनके परिवार ने महाकुंभ में नाव चलाकर 30 करोड़ रुपये कमा लिए! 100 लोगों के परिवार ने 130 नावें तैयार कीं, लेकिन इसके लिए मां के गहने तक गिरवी रखने पड़े.अब उनकी मेहनत का नतीजा ये है कि खुद सीएम योगी ने विधानसभा में उनकी कहानी का जिक्र किया. लेकिन क्या सच में उन्होंने श्रद्धालुओं से मनमाना किराया लिया? और कैसे एक नाव से लाखों की कमाई हुई? जानिए पूरी कहानी!

Aprajita
Edited By: Aprajita

Mahakumbh 2025: प्रयागराज के पिंटू मल्लाह इन दिनों खूब चर्चा में हैं. महाकुंभ में नाव चलाकर उन्होंने करोड़ों की कमाई की, और अब खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में उनकी मेहनत का जिक्र किया. लेकिन यह सफर इतना आसान नहीं था. पिंटू मल्लाह नैनी के अरैल इलाके में रहते हैं. उनके परिवार में करीब 100 लोग हैं, और सभी ने मिलकर महाकुंभ मेले के लिए महीनों पहले से तैयारी शुरू कर दी थी. परिवार ने कुल 130 नावें तैयार करवाईं ताकि श्रद्धालुओं को संगम स्नान के लिए नाव की सुविधा दी जा सके और इससे अच्छी कमाई हो.

मां के गहने तक गिरवी रखे, लेकिन हिम्मत नहीं हारी

इतनी बड़ी तैयारी के लिए पिंटू को पैसों की जरूरत थी, और इसके लिए उन्होंने अपनी मां के गहने तक गिरवी रख दिए. मां को डर था कि कहीं पैसे डूब ना जाएं, लेकिन पिंटू ने हिम्मत नहीं हारी. जब कुंभ मेला शुरू हुआ और नावों से तगड़ी कमाई हुई, तो उनकी मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

45 दिन में 30 करोड़ की कमाई!

पिंटू मल्लाह बताते हैं कि उनके परिवार ने 45 दिन तक चले महाकुंभ में करीब 30 करोड़ रुपये कमाए. उनके पास 130 नावें थीं, जो लगातार संगम में चलाई गईं. एक नाव से एक दिन में औसतन 50 हजार रुपये तक की कमाई हुई, और पूरे मेले के दौरान करोड़ों रुपये आए.

किराए को लेकर क्या बोले पिंटू?

जब उनसे श्रद्धालुओं से ज्यादा किराया वसूलने के आरोप पर सवाल किया गया तो पिंटू ने कहा, "हमने सरकारी रेट के हिसाब से ही किराया लिया, किसी से ज्यादा पैसे नहीं मांगे. हां, कुछ श्रद्धालु खुशी से हमें दान भी दे रहे थे."

गौरतलब है कि कुंभ के दौरान एक व्यक्ति का नाव किराया 483 रुपये तय था, लेकिन दावा किया जा रहा है कि यात्रियों से 2000 से 4000 रुपये तक लिए गए. अगर 10 सीटर नाव थी और एक यात्री से 1500 रुपये लिए गए, तो एक चक्कर में 15 हजार रुपये की कमाई हुई. कई नावें दिन में कई चक्कर लगा रही थीं, जिससे यह कमाई और बढ़ गई.

इतना पैसा कभी देखा भी नहीं था!

पिंटू बताते हैं कि उनके पास खुद 70 नावें हैं और परिवार के बाकी लोगों की मिलाकर 130 नावें थीं. पूरे गांव और प्रयागराज के नाविकों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो गई. उन्होंने कहा, 'हमने जिंदगी में कभी इतना पैसा देखा भी नहीं था.' पिंटू ने CM योगी और पीएम मोदी का आभार जताया, जिनकी वजह से इतना बड़ा आयोजन हुआ और नाविकों को भी इसका सीधा फायदा मिला. उनके परिवार की मेहनत रंग लाई और अब उनकी सफलता की कहानी पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है.

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05 March 2025, 09:21 PM IST

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