हवा में घुला जहर! 24 घंटे में 49 सिगरेट का धुआं ले रहे दिल्ली वाले
Delhi Air Pollution News: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, दिल्ली में सांस लेना 1 दिन में 49 सिगरेट पीने के बराबर है. पटाखे और पराली जलाना प्रदूषण के प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के स्टेज 4 को लागू करने में देरी पर फटकार लगाई है.
Delhi Air Pollution News: दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति बहुत खराब हो गई है. दिल्ली में हवा इतनी जहरीली हो गई है कि यहां सांस लेना 49 सिगरेट पीने के बराबर है. प्रदूषण का मुख्य कारण पटाखे जलाना और पराली जलाने को माना जा रहा है. लोग सांस लेने में परेशानी महसूस कर रहे हैं और उनकी आंखों में जलन हो रही है.
सोमवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 978 तक पहुंच गया, जो कि एक दिन में 49 सिगरेट पीने के बराबर है. दिल्ली के बाद हरियाणा में प्रदूषण सबसे ज्यादा है, जहां AQI 631 है, यानी एक दिन में 33 सिगरेट पीने के बराबर. उत्तर प्रदेश में AQI 273 है, और पंजाब में यह 233 है.
49 सिगरेट का धुआं ले रहे दिल्लीवाले
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा है कि अगर पंजाब में पराली जलाना 80% तक कम हो सकता है, तो बाकी राज्यों में ऐसा क्यों नहीं हो सकता? कोर्ट ने दिल्ली सरकार को ग्रैप-4 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) लागू करने में देरी पर भी फटकार लगाई है. भारत में सबसे साफ हवा लद्दाख में है, जहां का AQI इतना अच्छा है कि यह एक दिन में जीरो सिगरेट पीने के बराबर है. अरुणाचल प्रदेश में भी हवा बहुत साफ है, वहां का AQI 13 है, जो कि एक दिन में 0.18 सिगरेट पीने के बराबर है.
प्रदूषण पर राजनीति जारी
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बढ़ते प्रदूषण के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि देशभर में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं, और इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है क्योंकि वह राज्यों पर कोई सख्ती नहीं कर रही है. हालांकि, पंजाब एक ऐसा राज्य है जहां पराली जलाने की घटनाएं कम हुई हैं क्योंकि वहां इस पर कड़ा नियंत्रण लगाया गया है.