UPPSC protest: प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के बाहर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की. छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथियों को घसीट कर ले गए. इस दौरान कई छात्राएं भी चोटिल हो गईं. छात्र-छात्राओं के मुताबिक, पुलिस कर्मी बिना वर्दी के थे और इस घटना में अपमानजनक व्यवहार किया गया.प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस ने बिना किसी चेतावनी के जबरदस्ती छात्रों को खींचकर ले जाना शुरू कर दिया.
दरअसल, प्रदर्शन सुबह करीब 8 बजे शुरू हुआ, जब प्रदर्शनकारी छात्रों ने UPPSC के बाहर अपनी आवाज़ उठाई. इस दौरान पुलिस अचानक पहुंची और उन्होंने छात्रों को घसीटते हुए धरनास्थल से ले जाना शुरू कर दिया. छात्र नेता आशुतोष पांडे भी प्रदर्शन में शामिल थे और उनके साथ पुलिस ने बर्बरता से पेश आने का आरोप है.
इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल देखने को मिल रहा है. पुलिस ने धरना स्थल पर बैरिकेडिंग बढ़ा दी है, और इसके साथ ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने अत्यधिक बल प्रयोग किया और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे छात्रों को गिरफ्तार किया.
प्रयागराज में पिछले दिनों हुए प्रदर्शन के दौरान उप्र. लोकसेवा आयोग के बाहर तोड़फोड़ करने और अशांति फैलाने के आरोप में पुलिस ने सपा नेता राघवेंद्र यादव और दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. यह कार्रवाई बुधवार को की गई, जब पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर उन लोगों की पहचान की, जिन्होंने सरकारी बैरियर और कोचिंग के बोर्ड तोड़े थे.
जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, उनमें सपा लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय महासचिव राघवेंद्र यादव, अभिषेक शुक्ला और शशांक दुबे शामिल हैं. पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था और माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी. शशांक पर यह भी आरोप है कि वह जबरन कोचिंग बंद कराने पहुंचा था.
चौकी प्रभारी कृष्ण मुरारी चौरसिया की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें कुल 12 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. इनमें से दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि शेष अज्ञात आरोपियों की पहचान की जा रही है. पुलिस अब वीडियो फुटेज से बाकी आरोपियों की पहचान करने में जुटी है.
यह घटना प्रयागराज में UPPSC अभ्यर्थियों के आंदोलन को लेकर नया मोड़ लेकर आई है, और छात्र-छात्राओं के बीच पुलिस कार्रवाई को लेकर गहरी नाराजगी देखी जा रही है. First Updated : Thursday, 14 November 2024