Video: फडणवीस बना रहे धर्मयुद्ध का माहौल, वोट जिहाद पर अड़े मौलाना

महाराष्ट्र में चुनावों के करीब आते ही सियासी माहौल गरम हो गया है. बीजेपी के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने वोट जिहाद का मुकाबला करने के लिए धर्मयुद्ध का आह्वान किया है, जिसके जवाब में शिवसेना और एनसीपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. इस गाने के जरिए बीजेपी ने मौलाना सज्जाद नोमानी के विवादित बयान पर हमला किया. अब सियासी पारा और भी चढ़ गया है और हर तरफ बयानबाजी का दौर जारी है.

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Political Storm in Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, सियासी हलचल भी बढ़ती जा रही है. इस बीच, बीजेपी और महाविकास आघाड़ी गठबंधन के नेताओं के बीच जुबानी जंग ने तूल पकड़ लिया है. ताजा विवाद मौलाना सज्जाद नोमानी के बयान से शुरू हुआ, जिसके बाद बीजेपी ने इसका जवाब देने के लिए डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का गाना 'जागो तो एक बार हिंदू जागो तो' जारी किया है. इस गाने के जरिए बीजेपी ने सीधे तौर पर 'वोट जिहाद' का विरोध किया है और अब यह मुद्दा सियासी पारा बढ़ाने का काम कर रहा है.

वोट जिहाद के खिलाफ धर्मयुद्ध का आह्वान

मौलाना सज्जाद नोमानी ने हाल ही में एक विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने बीजेपी को वोट देने वाले हिंदुओं का बहिष्कार करने की अपील की थी. नोमानी के इस बयान ने बीजेपी को सख्त प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर कर दिया. बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष चित्रा वाघ ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि अब हम 'धर्मयुद्ध' करेंगे. उनके अनुसार, अब वक्त आ गया है जब हिंदू समाज को एकजुट होना चाहिए और बीजेपी को समर्थन देने के लिए जागरूक किया जाए. चित्रा वाघ ने फडणवीस के गाने 'जागो तो एक बार हिंदू जागो तो' को जनता के बीच प्रचारित करने का फैसला किया.

फडणवीस ने किया 'वोटों का धर्मयुद्ध' का आह्वान

डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पुणे में एक रैली के दौरान 'वोट जिहाद' का मुकाबला करने के लिए 'वोटों का धर्मयुद्ध' करने की बात कही थी. उनका मानना है कि 'वोट जिहाद' के खिलाफ इस तरह की जागरूकता की जरूरत है. फडणवीस के अनुसार, इस धर्मयुद्ध के माध्यम से हिंदू समाज को अपनी ताकत का अहसास होगा और एकजुट होकर वे सही रास्ता चुनेंगे.

विवाद पर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया

इस पूरे घटनाक्रम के बीच, विपक्षी दलों ने भी फडणवीस पर निशाना साधा है. शिवसेना (यूबीटी) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फडणवीस के 'धर्मयुद्ध' के आह्वान पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह चुनाव आयोग के आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं करता? ठाकरे ने कहा कि पहले भी उन्हें अपनी पार्टी के चुनाव गीत से 'जय भवानी, जय शिवाजी' के शब्द हटाने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने इसे माने से इनकार कर दिया था. अब फडणवीस का 'धर्मयुद्ध' क्या आदर्श आचार संहिता के दायरे में आता है?

एनसीपी के नेता शरद पवार ने भी फडणवीस पर हमला किया है. उनका कहना था कि फडणवीस हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. उनका बयान हिंदू-मुसलमानों के बीच कलह उत्पन्न कर सकता है.

क्या होगा आगे?

महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों गाने, बयान और धर्म की राजनीति ने माहौल को गरमा दिया है. चुनावी मौसम में ऐसे विवाद और बयान राजनीति को एक नए मोड़ पर ले जा सकते हैं. बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है और जनता की नजरें अब इस सियासी घमासान पर टिकी हुई हैं. देखना यह है कि इस सियासी तूफान का नतीजा क्या निकलता है और चुनावी समर में किसकी जीत होती है. First Updated : Sunday, 17 November 2024