Jagan Mohan Reddy: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने सत्तारूढ़ तेलुगू देशम पार्टी के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में चर्बी, गाय का मांस और मछली का तेल मिला हुआ है. उन्होंने कहा, "भगवान के नाम पर राजनीति की जा रही है. ' रेड्डी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कथित लैब रिपोर्ट जुलाई की है, जो एन चंद्रबाबू नायडू के कार्यकाल की है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रेड्डी ने कहा, 'हमें पता चला कि घी की गुणवत्ता खराब थी और हमने तत्काल तत्कालीन मुख्यमंत्री नायडू को इसकी जानकारी दी.' उन्होंने कहा कि उस समय सप्लायर एआर डेयरी घटिया घी उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार थी. इस बीच रेड्डी ने अपने और अपने प्रशासन के खिलाफ मौजूदा आरोपों को झूठा और अनावश्यक बताया तथा दावा किया कि पूरा विवाद अनुचित है.
यह मामला तब सामने आया, जब एन चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया कि पिछली वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान तिरुपति लड्डू बनाने के लिए पशुओं की चर्बी और अन्य घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. 20 सितंबर को गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला, एनडीडीबी काल्फ लिमिटेड ने भी पुष्टि की कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में भक्तों को दिए जाने वाले लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में पशु वसा और मछली का तेल मिला हुआ है.
इस रिपोर्ट की प्रति सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी द्वारा साझा की गई. टीडीपी प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर बोलते हुए कहा, 'सैंपलों की लैब रिपोर्ट प्रूफ करती है कि तिरुमाला को आपूर्ति किए गए घी को तैयार करने में गोमांस की चर्बी और पशु वसा तथा मछली के तेल का उपयोग किया गया था और एस मान केवल 19.7 है. First Updated : Friday, 20 September 2024