पोर्श कार के कैमरे खोलेंगे रईस जादे के राज, गिरफ्तार डॉक्टर हुआ बीमार !
Porsche car Case: पोर्श कार दुर्घटना मामले से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. पुलिस अधिकारी अब पोर्श कार में लगे कैमरे की मदद से नाबालिग आरोपी के राज खोलने वाले हैं.दरअसल, पोर्श कंपनी के अधिकारियों और पुणे आरटीओ ऑफिसर ने कल कार का निरीक्षण किया ताकि ये समझा जा सके कि आखिरी एक्सीडेंट कैसे हुआ.
Porsche car Case: पोर्श कंपनी के अधिकारियों और पुणे आरटीओ ऑफिसर ने कल उस कार का निरीक्षण किया था जिस पोर्श कार से दुर्घटना हुई थी. ताकि ये समझा जा सके कि आखिरी एक्सीडेंट कैसे हुआ. पोर्श कार में कैमरे भी है जिसे कंपनी अधिकारियों के साथ पुलिस ने कब्जे में लिया है. साथ ही कंपनी के एक्सपर्ट अधिकारी इस बात की जानकारी अब पुलिस को देंगे की कार से जब दुर्घटना हुई तो कार कितनी स्पीड में थी. यहां तक ये भी बताया जाएगा कि, कितनी बार ब्रेक लगाया गया कितनी बार एक्सीलेटर दबाना गया.
जांच के दौरान इन सवालों से भी पर्दा उठेगा की क्या कार की स्पीड की वजह से दुर्घटना हुई. क्या स्टीयरिंग लॉक हुई थी या नियंत्रण खोने की वजह से हुई ऐसी कई चीजों का खुलासा होगा.
गिरफ्तार डॉक्टर हुआ बीमार
बताया जा रहा है कि, पुणे पोर्शे कार ऐक्सिडेंट मामले में ससुन हॉस्पिटल के गिरफ्तार डॉ श्रीहरि हलनोर की तबियत अचानक बिगड़ गई है. हलनोर ने पुलिस को इंफेक्शन होने की शिकायत की थी जिसके बाद चेकअप के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. श्रीहरि हलनोर पर अपने साथी डॉ अजय तावरे के कहने पर नाबालिग आरोपी के ब्लड सैम्पल बदलने का आरोप है.
श्री हरि हलनोर ससु हॉस्पिटल में इमरजेंसी विभाग के हेड पोस्ट पर कार्यरत हैं. पुणे पुलिस सूत्रों के मुताबिक, डॉक्टर्स ने पैसे लेकर सिर्फ नाबालिग के ब्लड रिपोर्ट ही नहीं बदला था बल्कि उन्होंने रिश्वत की एवज में पिता और दादा को कमिटमेंट किया था की मेडिकल संबंधित कोई परेशानी उन्हे नहीं होगी. इसलिए उन्होंने आरोपी के फिजिकल चेकअप रिपोर्ट में क्लीन चिट दी थी.
फिजिकल रिपोर्ट बनाई नकली
19 मई की सुबह एफआईआर रजिस्टर होने के बाद जब नाबालिग आरोपी को फिजिकल चेक अप के लिए अस्पताल ले जाया गया तब डॉक्टरों ने उसकी रिपोर्ट नकली बनाई और उसमें बताया कि, न तो वो शराब के नशे में है और ना ही उसके शरीर पर कोई निशान है. जबकि आरोपी को लोगों ने पकड़कर मौकाए वारदात पर ही जमकर पिटाई की थी जो की उसकी मेडिकल रिपोर्ट में आना चाहिए था.
पुणे एक्सीडेंट से पहले जब मशहूर उद्योगपति साइरस मिस्त्री की मर्सिडीज कार मुंबई अहमदाबाद हाईवे पर दुर्घटना ग्रस्त हुई थी तब भी मर्सिडीज कंपनी के एक्सपर्ट अधिकारियों को स्पॉट पर बुलाया गया था. उसके बाद मर्सिडीज बेंज कंपनी के अधिकारियों ने एक्सीडेंट स्पॉट का दौरा किया था उसके लिए स्पेशली जर्मनी से टीम आई थी और उन्होंने कार में मौजूद चिप को अपनी कस्टडी में लिया था उसे जर्मनी भेज दिया था ताकि उसे डिकोड किया जा सके. वैसे ही अब इस पोर्शे कार दुर्घटना में भी कार से डाटा कलेक्ट कर कंपनी के अधिकारी ले गए है जिसे डीकोड कर पुलिस को सौंपा जाएगा.