प्रयागराज: प्रयागराज पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। एसएसपी शैलेश पांडे ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि प्रयागराज (Prayagraj) में पिछले कुछ दिनों से बमबाजी की घटनाएं सामने आ रही थी जिसमें पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने बमबाजी के मामले में 11 संदिग्धों को पकड़ा है। आरोपियों में एक बालिग के साथ 10 नाबालिग शामिल हैं, ये सभी स्कूली बच्चें हैं। छात्रों ने अपना अलग-अलग गैंग बनाया था और ये लोग अपनी ताकत दिखाने के लिए बमबाजी करते थे। इतना ही नहीं, ये लोग खुद से ही बम भी बनाते थे। आगे उन्होंने कहा, "यहां के नामी स्कूलों के कई छात्र गिरोह में शामिल हैं। एक गिरोह है 'तांडव' और दूसरा 'इमॉर्टल।' इन सभी गैंग में खींचतान चल रही है। पिछले कुछ दिनों में ऐसे 35 संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
इस तरह हुआ खुलासा
जिले में बमबाजी की कई घटनाओं के बाद पुलिस ने आरोपियों तक पहुंचने के लिए अलग-अलग टीम बनाई, जो पूरी सक्रियता के साथ पूर्व में हुई वारदातों के घटनास्थल के आस-पास मौजूद थी। ऐसी ही एक टीम सोमवार, 25 जुलाई को सिविल लाइंस के बिशप जॉनसन कॉलेज के पास उपस्थित थी, तभी बमबाजी हुई और पुलिस ने कुछ लड़कों को भागते हुए देखा और उनका पीछा किया। कुछ ही समय बाद 11 छात्रों को पकड़ा गया, जिसमें से सिर्फ एक बालिग निकला, जबकि बाकी दस आरोपी नाबालिग थे।
पकड़े गए छात्रों ने किया चौंकाने वाला खुलासा
पकड़े गए छात्रों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। नाबालिग छात्रों ने पुलिस को बताया कि दहशत फैलाने के लिए वो बम कहीं और से नहीं लाते थे, बल्कि खुद ही देसी बम बना लेते थे। इसके लिए उन्हें पूरी जानकारी यूट्यूब से मिली। यूट्यूब से वीडियो और जानकारी देखकर वो खुद से बम तैयार कर लेते थे। इसके जरिए वो लोगों के बीच दहशत फैलाने के मकसद में कामयाब भी हो जाते थे। इसके लिए लगने वाले पैसे की जरूरत को सभी ग्रुप मेम्बर्स अपने घरों से स्कूल एक्टिविटी के नाम पर लेकर पूरी करते थे। First Updated : Thursday, 28 July 2022