गौतमबुद्ध नगर में अवैध रूप से रह रहे चीनी नागरिक जु-फाई के निजी सुरक्षाकर्मी अशोक को शुक्रवार देर रात यमुना एक्सप्रेसवे के पास से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस आयुक्त आलोक सिंह के मीडिया प्रभारी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में जांच एजेंसियों को बड़े फर्जीवाड़े की जानकारी मिली है। अशोक किसी एजेंसी के इशारे पर जासूसी भी कर रहा था। वही, भारत-नेपाल सीमा पर पकड़े गए चीन के दो नागरिकों के प्रोडक्शन वारंट के आधार पर वहां जाकर एसटीएफ ने पूछताछ की है। सूत्रों का कहना है कि जु-फाई के व्यापारिक साझेदार रवि नटवरलाल और उसके साथी पुष्पेंद्र से रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में एसटीएफ को कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं।
इसके बाद अदालत से प्रोडक्शन वारंट लेकर टीम बिहार के सीतामढ़ी रवाना हुई और नेपाल सीमा पर 11 जून को पकड़े गए चीन के नागरिक लू-लैग और यू हॉलैंग से जेल में पूछताछ की। एसटीएफ की एक टीम ने गाजियाबाद के मुरादनगर निवासी अशोक को गिरफ्तार कर लिया। जु-फाई के ग्रेटर नोएडा स्थित क्लब के सभी लेन-देन और बैंक में रकम जमा करने की जिम्मेदारी अशोक ही उठाता था। अशोक और अन्य आरोपियों से पूछताछ में बहुत कुछ जानकारियां मिली हैं। जांच के दौरान पता चला है कि भारत में खराब होने वाले मोबाइल और उनके कीमती पार्ट्स को चीन भेजा जाता था। इसके बाद खराब मोबाइल फोन दोबारा मरम्मत करके नये रूप में वापस भारत आ जाते थे, जिन्हें बाद में किसी कंपनी को बेच दिया जाता था। First Updated : Saturday, 02 July 2022