खनन माफिया के बढ़ते बर्चस्व और बढ़ते अपराध को रोकने के लिए पंजाब सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार रेत-बजरी बेचने का भी काम करेगी। पंजाब सरकार ने खनन माफिया पर लगाम कसते हुए रेत-बजरी बिक्री केंद्र खोलने का एलान किया है। सोमवार को राज्य के पहले केंद्र का उद्घाटन मोहाली में किया जाएगा। खनन मंत्री हरजोत बैंस ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि भगवंत मान सरकार की तरफ से खनन माफिया का अंत, पंजाब के लोगों को बड़ी राहत देते हुए मोहाली में रेत-बजरी बिक्री केंद्र का उद्घाटन करने जा रहे हैं। आने वाले दिनों में पंजाब के हर जिले में ऐसे और बिक्री केंद्र खोले जाएंगे।
बता दें कि पंजाब में खनन पर पाबंदी और राज्य की खनन नीति न बनने के चलते रेत और बजरी के दामों में एकाएक बड़ा उछाल आ गया था। इसके चलते अब जहां आम आदमी को अपने लिए आशियाना बनाना मुश्किल हो गया है, वहीं कई सरकारी परियोजनाओं का निर्माण कार्य भी अंडगा पड़ रहा है। बिल्डिंग मेटेरियल की बढ़ रही बेतहाशा कीमतों की वजह से ठेकेदारों ने निर्माण कार्य से हाथ खड़े किए हैं। बिल्डिंग मेटेरियल में मुख्य रूप से रेत और बजरी शामिल हैं जिसपर रेत माफियाओं की नजर होती है। रेत माफिया पर लगाम लगाकर लोगों को सस्ती दरों पर रेत और बजरी मुहैया करवाने के इरादे से सरकार ने अब अपने स्तर पर रेत बजरी के बिक्री केंद्र खोलने का अहम फैसला लिया है।
मौजूदा दौर में 12,000 से 15,000 रुपये में मिलने वाले 900 वर्ग फुट रेत के टिप्पर का दाम 40,000 रुपये तक पहुंच गया है। पंजाब की पिछली कांग्रेस सरकार में रेत के दाम 22 रुपये प्रति फुट था। अब कीमत बढ़कर 36 रुपये और बजरी का दाम 20 से बढ़कर 27 रुपये प्रति फुट पहुंच गया है। निर्माण लागत में बढ़ोतरी होने से सबसे बड़ा असर निर्माणाधीन सरकारी प्रोजेक्टों पर पड़ा है। खासकर लोक निर्माण विभाग के तहत चल रहे कई निर्माण कार्य इसके चलते ठप पड़ गए हैं। अब सरकार की इस पहल से लोगों को सस्ती दरों पर रेत-बजरी मिलने की उम्मीद जगी है। जिससे न सिर्फ आम लोगों को बल्कि सरकारी कामकाज और निर्माण कार्य में भी इसका फायदा पहुंचेगा और रेत माफियाओं को बर्चस्व भी खत्म होगा। First Updated : Monday, 19 December 2022