Punjab Government Scheme: भगवंत सिंह मान सरकार के प्रयास से पंजाब में आया 83,857 करोड़ रुपये का निवेश, 3 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
पंजाब में मुख्यंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार पंजाब को एक औद्योगिक पावर हाउस बनाने की कोशिश में जुटी हुई है. जिसके लिए राज्य में न केवल निवेशकों को बढ़ावा दिया जा रहा है बल्कि रोजगार में भी तेजी से वृद्धि हो रही है.
Punjab Government Scheme: पंजाब में मुख्यंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार पंजाब को एक औद्योगिक पावर हाउस बनाने की कोशिश में जुटी हुई है. जिसके लिए राज्य में न केवल निवेशकों को बढ़ावा दिया जा रहा है बल्कि रोजगार में भी तेजी से वृद्धि हो रही है. पिछले 32 महीनो में 'इन्वेस्ट पंजाब' को 5,265 निवेश प्राप्त किए हैं. जिनकी अनुमानित राशि लगभग 83,857 करोड़ रुपये है. इस निवेश से 3,87,806 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, विनिर्माण, ऑटोमोटिव और ऑटो कंपोनेंट्स, रसायन और पेट्रोकेमिकल्स, कपड़ा और परिधान और बुनियादी ढांचे समेत कई क्षेत्रों में निवेश किया गया है. पंजाब में किया जा रहा निवेश कई देशों और क्षेत्रों से किया जा रहा है. इन देशों में स्विट्जरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान और जर्मनी से निवेश आया है.
पंजाब के जिन पांच जिलों को सबसे ज्यादा निवेश प्राप्त हुआ है, उनमें एस.ए.एस नगर सबसे आगे है, जिन्हें 24,930 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है. इसके बाद दूसरा नंबर लुधियाना का है. लुधियाना में 18,860 करोड़ का निवेश हुआ है. तीसरे नंबर पर 5,805 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अमृत है. 5,190 करोड़ रुपये के साथ चौथे स्थान पर पटियाला है.अगले स्थान पर फतेहगढ़ साहिब है, जिसे 4,981 करोड़ रुपये का निवेश मिला है.
हाउसिंग और बुनियादी ढांचे में प्रस्तावित निवेश 11,853 करोड़ रुपए का है, जिससे 1.22 लाख नौकरियां पैदा हुई हैं.
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 5,981 करोड़ रुपए का निवेश आया है और 39,952 नौकरियां पैदा हुई हैं.
स्टील सेक्टर में 3,889 करोड़ रुपए का निवेश आया, जिससे 9257 नौकरियां पैदा हुई हैं.
कपड़ा, टेक्निकल टेक्स्टाइल, कपड़ा उद्योग में 3305 करोड़ रुपए का निवेश आया और 13,753 नौकरियां पैदा हुई हैं.
खेती, फूड प्रोसेसिंग और बेवरेज सेक्टर में 2854 करोड़ रुपए का निवेश आया और 16,638 नौकरियां मिली हैं.
हेल्थकेयर में 2,157 करोड़ रुपए का निवेश आया और नौकरियों के 4510 अवसर पैदा हुए हैं.
टाटा स्टील (फॉर्चून 500) लुधियाना में सेकेंडरी स्टील सेक्टर में 2,600 करोड़ रुपए का निवेश किया है.
सनातन पोलीकॉट फतेहगढ़ साहिब में मैन-मेड फाइबर सेक्टर में 1,600 करोड़ रुपए का निवेश किया है.
नाभा पावर (एल एंड टी) पटियाला में पावर सेक्टर में 641 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है.
टोपन (जापान) एस.बी.एस. नगर में पैकेजिंग सेक्टर में 548 करोड़ रुपए का निवेश किया है.
नेसले (स्विट्जरलैंड) मोगा में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में 423 करोड़ रुपए का निवेश किया है.
वर्धमान स्पेशल स्टाइल्ज (एची स्टील, जापान) लुधियाना में हाइब्रिड स्टील सैक्टर में 342 करोड़ रुपए निवेश किया है.
फ्रूडेनबर्ग, रूपनगर में ऑटो और ऑटो कम्पोनेंट्स सेक्टर में 338 करोड़ रुपए का निवेश किया है.
बेबो टेक्नोलॉजी एस.ए.एस. नगर में आई.टी. सेक्टर में 300 करोड़ रुपए का निवेश किया है.
एचयूएल (यूके) पटियाला में 281 करोड़ रुपए और कारगिल इंडिया (अमरीका), फतेहगढ़ साहिब में पशु खुराक के लिए 160 करोड़ रुपए का निवेश किया है.
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह तो अभी शुरुआत है पंजाब में अभी और निवेश आएगा. उन्होंने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य संभावित निवेश और व्यापारिक अवसरों को आकर्षित करना, रिश्ते बनाना और नए विचारों और स्टार्टअप्ज़ के साथ जुड़ना है. भगवंत सिंह मान ने बताया कि इस सम्मेलन में विश्व और क्षेत्रीय निवेशकों, कॉर्पोरेट संस्थाओं, उद्योगपतियों, विचारवान नैता शामिल हुए.