गनकल्चर के खिलाफ पंजाब पुलिस जल्द ही बड़ा कदम उठाने जा रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पूरे प्रदेश में गन कल्चर पर लगाम कसने के लिए ना केवल 813 बंदूक लाइसेंस रद्द कर दिए हैं बल्कि राज्य के डीजीपी, सभी जिलाधिकारी, कमिश्नर और एसएसपी को चिट्ठी लिखकर हथियारों के प्रदर्शन और उसके बखान करने वाले गीतों पर रोक लगाने को कहा है। मान सरकार को उम्मीद है कि इससे प्रदेश में अपराध को काबू में किया जा सकता है। हालांकि सेल्फ डिफेंस के मकसद से बंदूक रखने या कहीं साथ ले जाने पर कोई रोक नहीं है।
मान सरकार अब प्रदेश के करीब 8100 आर्म्स लाइसेंस को रद्द करने की तैयारी है। पुलिस ने पिछले दिनों 813 लाइसेंस रद्द किए थे। वहीं 1460 लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। इसके अलावा फिल्मों, गानों या फिर सोशल मीडिया में हथियारों को प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ 170 केस दर्ज किए हैं। पुलिस की आईटी टीमें सोशल मीडिया पर पूरी तरह से नजर रखे हैं। आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि किसी को भी नियम तोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सरकार की तरफ से जो हथियारों को लेकर गाइडलाइन तय की हैं, उसका सभी को पालन करना होगा।
बता दें कि गायक सिद्धू मूसेवाला, शिवसेना नेता सुधीर सूरी की हत्या के बाद पंजाब सरकार ने करीब दो महीने पहले हथियारों के वेरीफिकेशन का काम शुरू किया था। इसके अलावा हथियारों के सार्वजनिक प्रदर्शन पर पूर्ण तौर पर पाबंदी लगा दी गई है। ये पाबंदी इंटरनेट के लिए भी लगाई गई है। गन हाउस पर भी सख्ती की गई थी। उनकी भी हर तीसरे महीने जांच का आदेश दिया गया है। ये सभी वेरीफिकेशन जिला स्तर पर चल रहे हैं।
जांच में सामने आया कि जिन लोगों के लाइसेंस रद्द या निलंबित हुए हैं, उनमें से अधिकतर लोगों ने हथियार लेने के लिए फर्जी पते लिखवाए थे। कई ऐसे भी हैं जिन्होंने नियमों में हुए संशोधन के बाद अपने हथियार सरेंडर नहीं किए थे। हथियारों के लाइसेंस के लिए नियम बदल चुके हैं। एक लाइसेंस धारक केवल दो ही हथियार रख सकता है लेकिन कुछ लोगों ने अभी तक 3-3 हथियार रखे हैं। ऐेसे लोगों के लाइसेंस रद्द किए जा रहे हैं। First Updated : Friday, 17 March 2023