सांप्रदायिक घटनाओं के बीच कर्नाटक सरकार ने बड़ा फैसला लिया हैं। कर्नाटक के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि यहां सभी धर्मों की किताबों को पढ़ाया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कर्नाटक में नैतिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में पंचतंत्र, रामायण, महाभारत, भगवत गीता, कुरान सहित अन्य धर्मों की किताबों को भी शामिल किया जाएगा। हालांकि इस विषय की कोई परीक्षा नही होगी।
कर्नाटक सरकार की ओर से बताया गया कि स्कूली शैक्षिक पाठ्यक्रम में हर धर्म की किताबों को इसलिए शामिल किया जाएगा क्योंकि इससे नैतिक मूल्यों की शिक्षा मिलती है।साथ ही कर्नाटक के स्कूलों में प्रारंभिक शिक्षा भी होगी जिसमें बच्चों का गीत और नृत्य के माध्यम से शिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। First Updated : Wednesday, 20 April 2022