Ayodhaya: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ऊपर अयोध्या के संत काफी गुस्साएं हुए हैं. संतों का कहना है कि, फिरोज गांधी के खानदान से क्या ही अपेक्षा की जाए? राहुल तो बालक बुद्धि हैं मूर्ख हैं. संतो के मन में राहुल गांधी को लेकर इतना गुस्सा है कि, उन्होंने यहां तक कह दिया कि, वो विपक्ष के नेता बनने लायक भी नहीं है. संतों ने कहा कि, उन्हें तो संसद में होना ही नहीं चाहिए वो देश में रहने तक के लायक नहीं हैं.
दरअसल, राहुल गांधी ने हाल ही में संसद सत्र के दौरान हिंदुओं को हिंसक बताते हुए कई विवादित बयान दिए थे. उन्होंने बयान में कहा था कि, ये अहिंसा का देश है. ये डर का देश नहीं है. भगवान शिव कहते हैं कि डरो मत डराओ मत. वे अहिंसा की बात करते हैं. बीजेपी के जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं वे हर समय हिंसा और नफरत की बात करते हैं. आप हिंदू हैं नहीं. राहुल गांधी के इस बयान पर पीएम मोदी पलटवार करते हुए हिंदुओं पर झूठा आरोप लगाने की साजिश' बताया था.
अयोध्या के महंत गौरी शंकर दास ने कहा कि, राहुल के बयान को बर्दाश्त नहीं करेंगे. उनके अयोध्या में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि, उनके जन्म और पालन-पोषण में कोई कमी रही होगी जब ही वो ऐसे बयान देते हैं. उन्होंने कहा कि, हमारे विरोधी बहुत ही दुष्ट प्रवृत्ति के हैं ऐसे में हमें उनसे सतर्क रहने की जरूरत है. बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश कुमार दास ने राहुल गांधी को ढोंगी करार देते हुए कहा कि, राहुल जनेऊ पहनकर ढोंग करते हैं. उन्होंने कहा कि, राहुल खुद को पंडित बताकर हिंदुओं को मूर्ख बना रहा है.
रंग महल पीठाधीश्वर महंत राम शरण दास ने कहा कि, राहुल ने संतों के साथ देश का भी अपमान किया है, हिंदुओं को हिंसक बताकर हमारे राम, संस्कृति और देश का अपमान किया है. यह हमारे प्राणों पर आघात है. उन्होंने आगे कहा कि, राहुल को तो मंदिरों में प्रवेश नहीं करने देना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि, विपक्ष को भी इस मुद्दे पर राहुल का विरोध करना चाहिए. वहीं रसिक पीठाधीश्वर महंत जन्मेजय शरण ने कहा कि राहुल को हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए.
खाक चौक श्री महंत बृजमोहन दास ने राहुल गांधी को लेकर कहा कि राहुल का बयान निंदनीय है. अयोध्या की निंदा करने वाला खुद निंदनीय है. तुलसीदास छावनी के महंत जनार्दन दास ने कहा कि चुनाव में हार जीत लगा रहता है. उन्होंने कहा कि, राहुल बालक बुद्धि है भगवान उन्हें सदबुद्धी दे. वहीं महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति पर संकट का बादल मंडरा रहा है. कैसे उस संकट से उबारा जाए. First Updated : Saturday, 06 July 2024