हरियाणा: हरियाणा में बारिश फसलों के लिए तबाही बनकर आई है, 5 दिन की बारिश में राज्य में 3.28 लाख एकड़ फसल तबाह हो गई। इसकी जानकारी खुद किसानों ने सरकार को दी। अभी तक 87 हजार किसान E-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर नुकसान की जानकारी दे चुके हैं।
सबसे ज्यादा नुकसान फतेहाबाद में हुआ है। यहां के 10,319 किसानों ने 44,506 एकड़ फसल बर्बाद होने का ब्योरा दिया है। दूसरे नंबर पर रेवाड़ी और तीसरे पर अंबाला है।
नुकसान में दूसरे नंबर पर रेवाड़ी -
29 सितंबर तक सबसे ज्यादा नुकसान में फतेहाबाद के बाद रेवाड़ी दूसरे नंबर पर है, जहां 11,346 किसानों ने 40,442 एकड़ से अधिक नुकसान की सूचना दी। तीसरा सबसे अधिक प्रभावित जिला अंबाला है, जहां 6,424 किसानों ने 21,227 एकड़ से अधिक फसलों के नुकसान की शिकायत की।
अब पटवारी करेंगे फील्ड सर्वे -
26 सितंबर को जारी निर्देशों के अनुसार, उपायुक्तों (DC) को पटवारियों और कानूनगो को निर्देश देने के लिए कहा गया था कि वे सत्यापन के बाद फसल क्षति प्रतिशत और फील्ड फोटो अपलोड करके पोर्टल पर आए, किसानों के दावों को सत्यापित करेंगे। पटवारियों और कानूनगो को 7 दिन के भीतर सत्यापन कार्य करना होगा। उसके बाद, तहसीलदार और SDM पटवारियों और कानूनगो से रिपोर्ट प्राप्त होने के 10 दिन के भीतर दावों का सत्यापन करेंगे।
26 सितंबर को जारी हुआ था पोर्टल -
राज्य में धान, ग्वार, बाजरा और कपास सहित खरीफ फसलें लगातार हुई बारिश में बर्बाद हुई हैं। राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग ने नुकसान का जायजा लेने के लिए 26 सितंबर को पोर्टल जारी किया, जो 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' से जुड़ा है। किसानों को खसरा नंबर दर्ज करके फसल खराब होने के 72 घंटे के भीतर दावा करने को कहा गया। First Updated : Saturday, 01 October 2022