Rajasthan: रैगिंग से MBBS छात्र की किडनी डैमेज, लगातार पुशअप से बिगड़ी तबीयत, 7 छात्रों पर मामला दर्ज

Rajasthan News: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के छात्र को 4 बार डायलिसिस से गुजरना पड़ा है. जानकारी के मुताबिक, छात्र के साथ कॉलेज के सीनियर्स ने रैगिंग की जिसकी वजह से उसके किडनी में इंफेक्शन हो गया. छात्र को एक सप्ताह तक हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा. वहीं अब इस रैगिंग के मामले को गंभीरता से लेते हुए कॉलेज के 7 सिनियर छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

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Rajasthan News: राजस्थान के जयपुर में मेडिकल कॉलेज के MBBS छात्र  के साथ कुछ सीनियर्स इस तरह रैगिंग किया कि उसकी तबीयत खराब हो गई. पिछले महीने सीनियर्स ने रैगिंग के दौरान छात्र को इतना प्रताड़ित किया कि उसकी किडनी में इंफेक्शन हो गया और उसे लगभग 2 सप्ताह तक हॉस्पिटल में रहना पड़ा. पीड़ीत को 4 बार डायलिसिस से भी गुजरना पड़ा.

टाइम्स ऑफ इंडिया के रिपोर्ट के मुताबिक, डूंगरपुर सदर थाना के एसएसओ गिरधारी से ने बताया कि, सेकंड ईयर के सात छात्रों ने पीड़ित से कॉलेज में 15 मई को कम से कम 300 बार पुशअप कराई. लगातार इतनी बार उठक बैठक करने से छात्र के किड़नी पर काफी असर पड़ा जिसकी वजह से उसकी किडनी में इंफेक्शन हो गई और उसमें इंफेक्शन हो गया.

रैगिंग से छात्र की किडनी डैमेज

टीओआई के रिपोर्ट के मुताबिक, "कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ बालामुरुगन वेलु एस ने बताया कि, पीड़िता ने एनएमसी की एंटी रैगिंग सेल में शिकायत दर्ज कराई थी.  20 जून को, हमें छात्र द्वारा रैगिंग की शिकायत के संबंध में एनएमसी से एक ईमेल मिला. इसे 22 जून को एंटी-रैगिंग समिति को भेज दिया गया, जिसने मामले की जांच की और पुष्टि की कि घटना हुई थी. सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए और एंटी-रैगिंग कमेटी की सिफारिश के आधार पर, हमने सात आरोपी छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की.

पीड़ित ने सीनियर्स के खिलाफ दर्ज की शिकायत

पीड़ित ने उन सभी सीनियर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है जिसने उसे प्रताड़ित किया. शिकायत के अनुसार, आरोपी प्रथम वर्ष के छात्र को कॉलेज परिसर के बाहर डेढ़ किमी दूर एक पहाड़ी स्थान पर ले गए, जहां उन्होंने उसे चिल्लाती धूप और गर्मी में पुश-अप्स करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई. उसे सात दिनों के लिए अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया और चार बार डायलिसिस किया गया.

कॉलेज ने एक्शन लेने में की देरी

पीड़िता ने एनएमसी की एंटी रैगिंग सेल में शिकायत दर्ज कराई थी. इस मामले में सेकंड ईयर के सात छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और उन्हें कॉलेज द्वारा निलंबित कर दिया गया है. हालांकि क्रूर रैगिंग की घटना 15 मई को हुई थी, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) से एक संचार प्राप्त करने के बाद मंगलवार को आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की है.

इन मामलों में दर्ज हुआ FIR

प्रिंसिपल की शिकायत के आधार पर, आरोपियों पर आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 143 (गैरकानूनी सभा), 147 (दंगा), 149 (सामान्य उद्देश्य के लिए किया गया अपराध), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 341 (गलत तरीके से रोकना) शामिल है. ), और 352 (गंभीर उकसावे के अलावा हमला या आपराधिक बल). उन्हें अगले आदेश तक सभी शैक्षणिक गतिविधियों से भी निलंबित कर दिया गया है. डूंगरपुर सदर पुलिस थाने के प्रभारी गिरधारी सिंह ने कहा कि पुलिस ने पीड़िता और सात आरोपी छात्रों के बयान दर्ज किए हैं.

किडनी खराब होने के लक्षण

1. थकान और कमजोरी महसूस होना

2. चेहरे, पैर और टखनों में सूजन दिखाई देना.

3. सांस लेने में तकलीफ होना.

4. त्वचा में बदलाव यानी रूखापन और खुजली होना.

5. भूख न लगना और पेट भरा महसूस होना.

First Updated : Thursday, 27 June 2024