देश के कई राज्यों में इन दिनों लंपी वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। बता दें कि अभी तक लंपी स्किन वायरस की चपेट में आने से सैकड़ो पशुओं की मौत हो चुकी है। राजस्थान के बीकानेर में अब तक इस वायरस से 6000 गाय की मौत दर्ज की गई है। इस वजह से दुग्ध व्यवसाय को भारी नुकसान हो रहा है। वहीं बिकानेर के डंपिग यार्ड से हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में हजारों गायों के शव पड़े दिख रहे है।
बता दें कि ये काफी चिंताजनक खबर है कि इतनी बड़ी संख्या में गायों को मौत हो रही है। यहां हालात ये हैं कि पशुओं की मौत संख्या अधिक होने के कारण गोवंश को दफनाने के बजाय खुले में फेंका जा रहा है। जिससे इंसानों के लिए नई बीमारी का खतरा पैदा हो रहा है।
वहीं जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि लंपी से मरने वाली गाय को तीन अलग-अलग स्थानों पर डाला जा रहा है। जोडबीड में जो मृत गाय डाली गई है, वह शहर भर से लाई गईं है। इनमे लंपी से मरी गाएं नही है। कलेक्टर ने लंपी से मरी गायों को जोड़बीड़ क्षेत्र में डाले जाने की बात को सिरे से खारिज किया है।
गौरतलब है कि बीकानेर में हर रोज 300 गायें लंपी बीमारी से मर रहीं हैं। बीकानेर में तो हालात इन दिनों भयावह हैं। बीकानेर शहर में मृत पशुओं के शव उठाने का जिम्मा नगर निगम के पास है। निगम के अनुसार गायों को जोड़बीड़ एरिया में ही फेंका जा रहा है। जोड़बीड़ का यह इलाका जानवरों के डंपिंग यार्ड के लिए ही चिह्नित है। ये पूरा एरिया गिद्धों के लिए जाना जाता है। यहां पहले भी मरे ऊंटों और जानवरों को गिद्धों के लिए डाला जाता रहा है, लेकिन इस बार जानवरों की संख्या अधिक है। इससे यहां चारों ओर गोवंश की लाशें फैल गई हैं ।
जानकारी के मुताबिक, अकेले बीकानेर शहर में 6 हजार से भी ज्यादा गाय लंपी वायरस की चपेट में है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और पंजाब में भी इस वायरस ने कहर बरपा रखा है। First Updated : Thursday, 08 September 2022