राजस्थान: अजगर ने बनाया नीलगाय को शिकार

भीलवाड़ा प्रहलाद तेली अजगर ने बनाया नील गाय को शिकार भीलवाड़ा जिले में गुरला गांव के गाडरी खेड़ा में 10 फीट लम्‍बे अजगर को नील गाय के बच्‍चे को निगलता देखकर ग्रामीणों में दहशत व्‍याप्‍त हो गई। उन्‍होने इसकी सूचना वाइल्ड एनिमल रेस्क्यू सेंटर सचिव वन्यजीव रक्षक कुलदीप सिंह राणावत को दी। जिन्‍होने वन विभाग के नियमों के अनुसार अजगर को रेस्‍क्‍यू करके वापस जंगल में छोड़ दिया।

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संवाददात: प्रहलाद तेली(भीलवाड़ा, राजस्थान)

भीलवाड़ा प्रहलाद तेली अजगर ने बनाया नील गाय को शिकार भीलवाड़ा जिले में गुरला गांव के गाडरी खेड़ा में 10 फीट लम्‍बे अजगर को नील गाय के बच्‍चे को निगलता देखकर ग्रामीणों में दहशत व्‍याप्‍त हो गई। उन्‍होने इसकी सूचना वाइल्ड एनिमल रेस्क्यू सेंटर सचिव वन्यजीव रक्षक कुलदीप सिंह राणावत को दी। जिन्‍होने वन विभाग के नियमों के अनुसार अजगर को रेस्‍क्‍यू करके वापस जंगल में छोड़ दिया।

गाडरी खेड़ा निवासी रमेश गाड़री ने बताया कि जब वह खेत पर जा रहा था तभी एक 10 फीट लम्‍बा और 30 किलो वजनी अजगर को नील गाय के बच्‍चे को खाने की कोशिश कर रहा था। नील गाय का बच्‍चा काफी बड़ा होने से वह उसे निगल नहीं पा रहा था। इसकी सूचना गाड़री ने ग्रामीणों को दी तो उन्‍होने वाइल्ड एनिमल रेस्क्यू सेंटर सचिव वन्यजीव रक्षक कुलदीप सिंह को इससे अवगत करवाया। उन्‍होने मौके पर पहुंचकर अजगर को रेस्‍क्‍यू किया। रेस्‍क्‍यू के दौरान ग्रामीणों के लिए यह कौतुहल का विषय बन गया।

सिंह ने बताया कि यह अजगर भारत में पाए जाने वाली सबसे बड़े सांप इंडियन रॉक पाइथन की प्रजाति ही है। इसको वन विभाग के नियमों के अनुसार गुरलां के पास स्थित वन क्षेत्र में सुरक्षित प्रकृति परिवेश में छोड़ा गया है। First Updated : Saturday, 24 September 2022