राजसमंद जिले के ग्राम सेवा सहकारी समिति जूणदा में हुए चुनाव को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को सरपंच मिट्ठू सिंह चौहान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और चुनाव निरस्त करने के साथ ही चुनाव अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
सरपंच चौहान ने बताया कि चुनाव के दौरान तीन नामांकन निरस्त होने के साथ ही नानालाल जाट निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हो गए, जबकि गणेशलाल जाट भी निर्विरोध उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए। चुनाव अधिकारी ने करीब सवा 12:00 बजे निर्वाचित घोषित किया जबकि 12:36 पर अन्य प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों के फार्म निरस्त किए गए। इसमें साफ जाहिर होता है कि चुनाव के दौरान धांधली की गई है।
ज्ञापन में बताया कि चुनाव में 12 सदस्यों में से खेमराज गुर्जर, भोलीराम के आवेदन बिना किसी आपत्ति के निरस्त कर दिए, जबकि वार्ड 3 से नारायणलाल माली, वार्ड 8 से चंचल पालीवाल का फार्म निरस्त कर दिया गया। इसके चलते कतिपय लोगों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया, जिसमें निर्वाचन अधिकारी कुबेर सिंह पर मिलीभगत के आरोप लगाए। साथ ही ग्राम सेवा सहकारी समिति जूणदा के ऋण वितरण में गंभीर घोटाले का आरोप लगाते हुए रिकॉर्ड जब्त करने, चुनाव निरस्त करने, नए चुनाव होते हुए जीएसएस पर ताला जडऩे और जीएसएस के समस्त आय- व्यय का रिकॉर्ड जब्त करने की मांग की गई। First Updated : Monday, 19 September 2022