राम मंदिर निर्माण में 1800 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना, 20 % कार्य हुआ पूरा
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य तेज कर दिया गया है. बीते रविवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अधिकारियों की बैठक की गई. बैठक में निर्माण को लेकर कई अहम विषयों पर चर्चा हुई. ट्रस्ट के महासचिव चंपय राय ने जानकारी देते हुए बताया कि राम मंदिर निर्माण में 1800 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है. इस आंकड़े में वृद्धि की भी संभावना है.
अयोध्या, उत्तरप्रदेश: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य तेज कर दिया गया है. बीते रविवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अधिकारियों की बैठक की गई. बैठक में निर्माण को लेकर कई अहम विषयों पर चर्चा हुई. ट्रस्ट के महासचिव चंपय राय ने जानकारी देते हुए बताया कि राम मंदिर निर्माण में 1800 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है. इस आंकड़े में वृद्धि की भी संभावना है.
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि फैजाबाद सर्किट हाउस में आयोजित इस बैठक में ट्रस्ट के सदस्यों ने सर्वसम्मति से यह फैसला किया कि राम जन्मभूमि परिसर में हिंदू धर्म से जुड़ी महान विभूतियों और साधु-संतों की प्रतिमाओं को भी स्थान दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस बैठक में ट्रस्ट के 15 में से 14 सदस्यों ने हिस्सा लिया जिनमें निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, उडुपी पीठाधीश्वर विश्व तीर्थ प्रसन्नाचार्य प्रमुख रूप से शामिल थे.
आपको बता दें कि भगवान राम की मूर्ति के निर्माण में सफेद संगमरमर का उपयोग करने का भी निर्णय लिया है. राम मंदिर में रामायण काल की कई अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी लगेंगी. पिछले दिनों राममंदिर निर्माण के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से गर्भ गृह का निर्माण कार्य शुरू किया गया. अब तक मंदिर की 25 प्रतिशत कार्यों को पूरा किया जा चुका है. मंदिर का पूर्ण निर्माण साल 2023 तक करने का लक्ष्य रखा गया है व मंदिर में जनवरी 2024 (मकर संक्राति) तक भगवान राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने की संभावना है.