संवादादाता- विशाल कश्यप
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मुस्लिम समुदाय के करीगर हिंदुओं के प्रमुख दशहरा त्योहार में धू धू कर जलने वाले बुराई के प्रतीक रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों को अपने हाथ से रूप दे कर कुछ इस तरह का एकता और भाईचारे का संदेश दे रहे हैं, रावण बना रहे एक व्यक्ति ने कहा कि राम ही रहीम है और रहीम ही राम है दोनों नामों में फर्क करेंगे तो नफरत बढ़ेगी और दोनों नामों को एक समझेंगे तो अमन और शांति होगी।
बुराई पर अच्छाई का प्रतीक दशहरा पर्व को मनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है 5 तारीख में मनाए जाने वाले दशहरे पर रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतले दहन किए जाएंगे सहारनपुर नगर मे आए मुस्लिम कलाकार पुतले बनाने में जुटे हुए हैं पिछले कई वर्ष से मुस्लिम समाज के लोग बना रहे पुतले रावण का इस बार 60 फीट के कुंभकरण-मेघनाद का स्वरूप बना दिया हे जिसमें रावण की सोने की लंका को भव्य आतिशबाजी के साथ जलाया जाएगा। दशहरा 5 सितबंर को है बुराई पर अच्छाई की जीत पर आयोजित दशहरा पर्व पर कार्यक्रम को शानदार बनाने के लिए एक माह पहले से ही कारीगर तैयारियों में लगे हुए हैं इस काम को करीब 16 साल से रावण को तैयार कर रहे कारीगर का कहना है कि पीढ़ी दर पीढ़ी इस कार्य में लगे हुए हैं। First Updated : Monday, 03 October 2022