Hyderabad Weather Update: देश के दक्षिणी हिस्से में बारिश (Heavy rain) का कहर देखने को मिल रहा है. हैदराबाद के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश के कारण हालत बहुत ज्यादा बिगड़ गए हैं. तेज बारिश की वजह से दर्जनभर जिलों में बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं. लगातार हो रही बारिश की वजह से नदियों का जल स्तर भी काफी बढ़ गया है. कई जिलों में निचले इलाकों में पानी भर गया है जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग की मानें तो हैदराबाद के लोगों को फिलहाल बारिश से राहत मिलती हुई दिखाई नहीं दे रही है. इस बीच लोगों को घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है. इस बीच रविवार को मौसम विभाग ने बहुत भारी बारिश का अनुमान जताते हुए रेड अलर्ट जारी कर दिया है.
दक्षिण बंगाल की खाड़ी में दबाव के कारण तेलंगाना में शनिवार से हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. हैदराबाद से जो तस्वीरे सामने आ रही हैं उसमें सड़कों पर नदियों जैसा पानी भरा हुआ दिखाई दे रहा है. इस जल प्रलय में लोगों की मौत भी हो रही है, शनिवार को रात भर यहां तेज बारिश हुई जिसके बाद सड़कों पर जल सैलाब आ गया है. विशेषज्ञों ने हैदरबाद के हालतों पर चिंता जताया है और 3 साल पहले जैसे हालात की आशंका भी जताई है.
हैदराबाद के साथ-साथ कस्बों और गांवों की सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे निचले इलाकों में बड़े पैमाने पर बाढ़ आ गई है. सड़कें, घर और कृषि क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं जिससे निवासियों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. सूर्यापेट जिले में सबसे अधिक बारिश हुजूरनगर में 29.3 सेंटीमीटर और चिलकुर में 28.2 सेंटीमीटर दर्ज की गई. भारी बारिश के कारण बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान हुआ है. कई इलाकों में आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गया है. पुरानी इमारतें ढह गई है. सिंगरेनी जिले में कोयला उत्पादन पर भी काफी असर पड़ा है.
ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बारिश से फसलों को काफी नुकसान हुआ है. अभी खेतों में धान, कपास, मक्का और ज्वार की फसल लगी हुई जो अब पूरी तरह जलमग्न हो गई है. तेलंगाना के खम्मम जिले में, एक धारा के उफान के कारण बाढ़ के पानी में फंसे तीन लोगों को बचाया गया. विकाराबाद और कामारेड्डी सहित कई अन्य जिलों में यातायात बाधित होने और बाढ़ संबंधी घटनाओं की सूचना मिली है. मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार और सोमवार को राज्य के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के अनुमान लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने तेलंगाना के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं अन्य जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है और तीन सितंबर तक येलो अलर्ट पहले से जारी है.
मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश के अनुमान के बाद हैदराबाद के प्रशासन ने शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टियों का ऐलान कर दिया है. जिलाधिकारियों को स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर छुट्टियों की घोषणा का अधिकार दिया गया है. जिला प्रशासन ने मछुआरों और श्रद्धालुओं को मौसम में सुधार होने तक अपनी गतिविधियां स्थगित करने की सलाह दी है. वहीं पर्यटन स्थलों को भी 48 घंटों तक बंद कर दिया गया है.
लगातार हो रही बारिश के कारण जिला कलेक्टरों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है. मंत्री ने निचले इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की बात पर जोर दिया है और उन्हें बाढ़ संभावित क्षेत्रों में राहत प्रयासों को तेज करने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि जहां जरूरी हो वहां तुरंत राहत शिविर केंद्र स्थापित किए जाएं. इसके साथ ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) सहित बचाव टीमों को भी तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. वहीं जरूरत पड़ने पर बचाव कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर तैनात करने का भी आदेश दिया गया है. इसके अलावा आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को सचिवालय में 24 घंटे उपलब्ध रहने का निर्देश दिया गया है.
बता दें कि आज से करीब 4 साल पहले 24 घंटे की बारिश ने हैदराबाद को पूरी तरह से तबाह कर दिया था. हैदराबाद में आई विनाशकारी बाढ़ में जल सैलाब सा मंजर देखने को मिला था. सड़को पर इतनी तेज धारा में पानी बह रही थी कि इसमें आदमी तो छोड़ो कार-बाइक तर भी बह जा रहे थे. हैदराबाद में ये जल प्रलय केवल 24 घंटे की भारी बारिश के कारण देखने को मिला था. इस दौरान चारो तरफ भयावह स्थिति देखने को मिली थी. अचानक आई बारिश में सारा शहर डूब गया. उस समय लोगों को ये समझना मुश्किल हो गया कि शहर में समंदर है या समुद्र में शहर है. मौसम विभाग ने इसी तरह के जल प्रलय की आशंका जताई है. First Updated : Sunday, 01 September 2024