हिसार जिले के बरवाला रेलवे स्टेशन पर बीते कुछ समय से अधिकतर ट्रेनों का ठहराव नहीं हो रहा है, जिसमें कोरोना में बंद हुई रेलगाड़िया फिर से बहाल हो गई है। ऐसे में स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि. यह रेलवे स्टेशन पिछले कोरोना काल के समय से ट्रेनों का स्टापेज बंद है। जिसके कारण आमजन को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। DRM ने उन्हें आश्वाशन दिया की जल्दी ही वहां पर ट्रेन्स का ठहराव फिर से शुरू हो जायेंगे।
कोरोना काल से पहले बरवाला स्टेशन पर ट्रेनों का स्टॉपेज होता था लेकिन कोरोना के कुछ दिनों से बरवाला स्टेशन पर कोई भी ट्रेन नहीं रुक रही है। जबकि आसपास के छोटे-छोटे स्टेशनों पर भी रेल का ठहराव है। व्यापार की दृष्टि से व बाहुल्य आबादी वाला इलाका होने के चलते यहां से प्रतिदिन सैंकड़ों यात्री सफर करने से वंचित रह रहे हैं। हिसार के बरवाला क्षेत्र से आए सुशील आंनद पार्षद के पति ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से उनके बरवाला स्टेशन पर किसी भी गाड़ी का ठहराव नहीं है। जिसके चलते आए दिन लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होनें बताया कि वह मंत्रियों व सांसदों को भी इस संबंध में अवगत करवा चुकें है। लंबी दूरी की ट्रेने न होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
उन्होनें बताया कि उनके क्षेत्र 10 ट्रेने गुजरती थी जिसमें से अब भी 7 गाड़ियों का ठहराव बाकी है। आज बरवाला से एक शिष्ठ मंडल के साथ वह यहां पर डीआरएम से मिलने पहुंचे है। बरवाला व्यापार मंडल से आए संजय सरधाना ने बताया कि पिछले 2 वर्षों से रेलगाड़ियां बंद होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आज क्षेत्रवासियों की इसी मांग को लेकर वह डीआरएम से मिलने पहुंचे है। उनका कहना है कि रेल विभाग को चाहिए कि वह इस क्षेत्र की रेलगाड़ियों को शीघ्रता से शुरू करें। जिससे यात्रियों की परेशानी को दूर किया जा सके।
वहीं इस संबंध में जब डीआरएम से बात कि गई तो उन्होनें बताया कि इस क्षेत्र में तीन रेलगाड़ियों का ठहराव किया गया है जबकि सात अन्य रेलगाड़ियों के ठहराव को लेकर हेडक्क्वार्टर को लिखा गया है। उन्होनें बताया कि नए टाइम टेबल में उम्मीद जताई जा रही है कि बरवाला में सभी 10 गाड़ियों का ठहराव किया जाएगा। जिससे लोगों की समस्या का हल होगा। एंड-अप--कोरोना के कारण एक लंबे समय से कई लोकल व फास्ट ट्रेनें बंद थी। जिन्हे अब धीरे धीरे से शुरू किया जा रहा है। इससे पहले लोगों को रेल सुविधा के अभाव के कारण महंगे शुल्क देकर बसों व अन्य प्राइवेट वाहनों में सफर करना पड़ रहा था। First Updated : Wednesday, 07 September 2022