रिपोर्ट- राजीव मेहता (रेवाड़ी, हरियाणा)
हरियाणा। किसी भी गांव में सरपंच पद के लिए लड़ाई एक बड़ी जंग मानी जाती है। ऐसे में हम बात कर रहे हैं रेवाड़ी के गांव मीरपुर की जहां से सरपंच पद की प्रत्याशी संजू यादव ने न केवल भारी मतों से जीत दर्ज की बल्कि इतिहास रच दिया।
इतिहास इसलिए कि हरियाणा की राजनीति में चौधरी देवी लाल के परिवार के बाद यह दूसरा परिवार है। जिसमें चौथी पीढ़ी सरपंच बनी है और घर में छठी बार सरपंची आई है। आपको बता दें कि इस घर में राव हर भगत सिंह पहली बार सरपंच बने थे, उसके बाद कैप्टन रामचंद्र होशियार सिंह लाजपतराय, वेद प्रकाश ठेकेदार और अब उनकी पुत्रवधू संजू यादव ने सरपंच पद पर जीत हासिल की है।
संजू के पति हरियाणा पुलिस में डीएसपी पद पर कार्यरत है। मीरपुर गांव से 15 किलोमीटर दूर रेवाड़ी में रह रहे वेद प्रकाश ठेकेदार के परिवार पर गांव इतना प्यार लुटाता है, कि खुद गांव के लोग संजू यादव को रेवाड़ी से मीरपुर गांव लेकर गए और सरपंच पद का उम्मीदवार बनाया। वेद प्रकाश ठेकेदार का परिवार पिछले 35 साल से रेवाड़ी में रह रहा है।
नवनिर्वाचित सरपंच संजू यादव ने बताया कि उनके ससुर ने अपनी सरपंची के दौरान मीरपुर गांव में 100 एकड़ जमीन मुफ्त में सरकार को दान में दी थी। जिसके फलस्वरूप इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी का निर्माण हुआ था। संजू यादव ने कहा कि अब गांव का विकास कराने के लिए वह तत्पर रहेंगी और महिलाओं के लिए विशेष तौर पर काम करेंगी। First Updated : Wednesday, 16 November 2022