इंदौर में सात साल की बच्ची की 15 बार चाकू से गोदकर मौत के घाट उतारने वाले सद्दाम को मृत्युदंड
इंदौर शहर के आजाद नगर में सात साल की बच्ची की चाकू से गोद कर हत्या करने वाले आरोपी सद्दाम को अदालत ने मृत्युदंड की सजा सुनाई है। बता दें कि यह मामला पिछले वर्ष सितंबर का है और बच्ची का नाम माहेनूर है
मध्य प्रदेश। इंदौर शहर के आजाद नगर में सात साल की बच्ची की चाकू से गोद कर हत्या करने वाले आरोपी सद्दाम को अदालत ने मृत्युदंड की सजा सुनाई है। बता दें कि यह मामला पिछले वर्ष सितंबर का है और बच्ची का नाम माहेनूर है। माहेनूर के पड़ोस में ही रहने वाले आरोपी सद्दाम उर्फ़ वाहिद ने 15 बार चाकू से गोद कर हत्या कर दी थी।
सद्दाम ने हत्या करने से पहले बच्ची के हाथ की नस काट दी थी। हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी और आक्रोशित रहवासियों ने जमकर पथराव और हंगामा किया था। पुलिस ने घटना के बाद आरोपी सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया था। सद्दाम ने दुष्कर्म के इरादे से बच्ची को अपने साथ ले जाना कबूल किया था। नगर निगम ने गिरफ्तारी के पांच घंटे बाद ही आरोपी सद्दाम का मकान तोड़ दिया।
बता दें कि पिछली सुनवाई में खुद को मानसिक रोगी बताते हुए हत्यारे सद्दाम ने सजा से बचने की कोशिश भी की थी, लेकिन अदालत के सामने उसके कोई भी दांव पेंच काम नहीं आए। हत्यारे सद्दाम ने मासूम को उस वक्त चाकू से गोद कर मारा था, जब वह अपने नाना के घर के बाहर खेल रही थी। बता दें कि यह वारदात 23 सितंबर 2022 को सुबह करीब 11 बजे हुई थी।
वाटर पंप के पास रहने वाले मोहम्मद इस्माइल की नातिन मायरा उर्फ माहेनूर (सात वर्ष) घर के बाहर खेल रही थी। इसी बीच सद्दाम वहां आया और मायरा को जबरदस्ती उठाकर अपने घर ले गया। इस्माइल की मकान मालकिन सलमा सद्दाम के पीछे-पीछे दौड़ी थी, लेकिन सद्दाम ने दरवाजा बंद कर लिया। सद्दाम ने कमरे में मायरा के शरीर पर चाकू से 15 वार किए और उसे मौत के घाट उतार दिया।
वहीं सद्दाम ने अदालत के सामने खुद को मानसिक रोगी साबित करने का प्रयास भी किया था। सद्दाम के वकील ने इस संबंध में अदालत में आवेदन भी दिया था। आवेदन में कहा गया था कि सद्दाम की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और वह मानसिक चिकित्सालय में भर्ती भी रहा है, लेकिन उसके ये दांव पेंच अदालत में काम नहीं आए।