दरिंदगी के सबूत बने धनंजय मुंडे के गले की फांस, 15 वीडियो और 8 फोटो ने खोली पोल
महाराष्ट्र के राजनीतिक में बड़ा उथल पुथल देखने को मिल रहा है जिसकी वजह से सियासी पारा हाई हो गया है. सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद से विपक्ष धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. इस बीच आज उन्होंने देशमुख पर हुए अत्याचार का वीडियो सामने आने के बाद मजबूरी में मंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी है.

महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा भूचाल आ गया है. धनंजय मुंडे ने अपने मंत्री पद से आज इस्तिफा दे दिया है. उन्होंने ये इस्तिफा सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से जुड़े वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दिया है. विपक्ष और मृतक सरपंच के परिवार की ओर से लगातार इस्तीफे की मांग की जा रही थी, लेकिन मंत्री धनंजय मुंडे तब तक अपने पद पर बने रहे जब तक यह वीडियो इंटरनेट पर आग की तरह नहीं फैल गए.
दरअसल, सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में महाराष्ट्र सरकार के खाद्य एवं रसद मंत्री धनंजय मुंडे का नाम सामने आया है. इस हत्या से जुड़ी 5 वीडियो क्लिप और 8 तस्वीरें सामने आए हैं जिसके बाद रकार के पास कोई और विकल्प नहीं बचा और मुंडे का इस्तीफा लेना पड़ा.
वीडियो वायरल होने के बाद बढ़ा जनता का गुस्सा
सीआईडी द्वारा दाखिल चार्जशीट में इन वीडियो और तस्वीरों को अहम साक्ष्य के रूप में शामिल किया गया था. बीड कोर्ट में पेश किए गए इन वीडियो को देखने के बाद जनता का आक्रोश और भड़क गया. पुलिस ने इस मामले में जनवरी में ही धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मीक कराड और उसके 6 साथियों को गिरफ्तार कर लिया था. जैसे ही सोशल मीडिया पर इन क्रूर घटनाओं के वीडियो वायरल हुए, बीड में जनता सड़कों पर उतर आई और शहर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. मंगलवार को बीड में बंद का ऐलान भी किया गया.
प्रताड़ना के वीडियो ने उगला सच
बीड से विधायक संदीप क्षीरसागर ने कहा, "जब लोगों ने सोशल मीडिया पर इन भयावह वीडियो और तस्वीरों को देखा, तो पूरा शहर गुस्से से उबल पड़ा. जनता ने सड़कों पर आकर प्रदर्शन किया और सरकार को मुंडे का इस्तीफा लेना पड़ा." वीडियो में दिखाया गया कि सरपंच संतोष देशमुख को अर्धनग्न अवस्था में क्रूरता से पीटा गया. एक वीडियो में सुदर्शन घुले और पांच अन्य आरोपी डंडों और लात-घूंसों से उनकी पिटाई कर रहे थे. एक और वीडियो में आरोपी जबरन देशमुख से कहवा रहे थे कि "वह सबका बाप है." हालात इतने भयावह थे कि एक आरोपी ने देशमुख पर पेशाब तक कर दी.
पुलिस जांच और खुलासे
पुलिस जांच में यह सामने आया कि मुख्य आरोपी कराड ने बीड में स्थित रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी Avaada के भूमि अधिग्रहण अधिकारी से दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. जब सरपंच देशमुख ने इस अवैध वसूली को रोकने की कोशिश की, तो उनके खिलाफ साजिश रच दी गई. एसआईटी ने कोर्ट में सीसीटीवी फुटेज, वीडियो कॉल रिकॉर्डिंग और तस्वीरें पेश कीं. आरोपियों ने देशमुख की हत्या के बाद उनका शव सड़क किनारे फेंक दिया था.
धनंजय मुंडे के करीबी पर गंभीर आरोप
भाजपा नेता पंकजा मुंडे ने पहले ही संकेत दिए थे कि उनके चचेरे भाई धनंजय मुंडे का हर काम कराड के बिना नहीं चलता था. चार्जशीट के अनुसार, आरोपी महेश केदार ने प्रताड़ना के वीडियो शूट किए थे. ये वीडियो 2 सेकंड से लेकर 2 मिनट 4 सेकंड तक के थे. पुलिस ने घटनास्थल से 15 टूटी हुई पाइपें भी बरामद कीं. जांच में सामने आया कि हत्या से पहले कराड, घुले और विष्णु चाते लगातार संपर्क में थे और देशमुख को 9 दिसंबर को अगवा किया गया था.
जनता से पुलिस की अपील
बीड के एसपी ने कहा, "हम जनता से अपील करते हैं कि वे कानून को अपने हाथ में न लें. ये सभी सबूत न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा हैं और कोर्ट में पेश किए जा रहे हैं." हालांकि, जनता के आक्रोश को देखते हुए पुलिस को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करनी पड़ी.
राजनीतिक भविष्य पर सवाल
धनंजय मुंडे के इस्तीफे के बाद अब राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या वह दोबारा राजनीति में वापसी कर पाएंगे? उनके करीबी पर लगे गंभीर आरोपों और जनता में फैले रोष को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि उन्हें दोबारा जनता का समर्थन मिलेगा या नहीं.


