सतना: ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के लिए बिजली बनी बड़ी समस्या, कर्मचारी और अधिकारी सुनने को तैयार नहीं
सतना जिले के चित्रकूट विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत ग्रामों में बिजली की समस्या किसानों के जी का जंजाल बन गई है
संबाददाता- विनोद शर्मा (सतना, मध्य प्रदेश)
मध्य प्रदेश। सतना जिले के चित्रकूट विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत ग्रामों में बिजली की समस्या किसानों के जी का जंजाल बन गई है। चौबीस घंटों में महज दो से चार घंटे बिजली आना और ग्रामीण क्षेत्रों में जले विद्युत ट्रांसफार्मरों को न बदले जाने की समस्या के चलते किसानों की फसलें खेतों में ही खराब होने की कगार पर पहुंच गई है।
चित्रकूट क्षेत्रांतर गत ग्राम ककराड और लखनपुर के ग्रामीणों द्वारा अपना दर्द बयां करते हुए बताया गया कि उनके गांवों में पिछले लगभग दो माह से ऊपर होने को है, जब विद्युत ट्रांसफार्मर खराब हो गया था। विद्युत ट्रांसफार्मर खराब होने की जानकारी उनके द्वारा स्थानीय विद्युत अधिकारियों और कर्मचारियों सहित नगर परिषद अध्यक्ष, विधायक, सांसद सहित मुख्यमंत्री ऑनलाइन मे भी दी गई।
लेकिन आज दिनांक तक समस्या का निराकरण नहीं हो सका। ककराड़ गांव के निवासी किसान राम भवन पटेल और लखनपुर निवासी किसान राम सहाय तिवारी द्वारा अपनी परेशानी और दर्द बताते हुए कहा गया, कि उनके गांवों में ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण बीते लगभग दो महीने से ऊपर होने को है। लेकिन बिजली नहीं आ रही है।
जिसके कारण उनके खेतों में लगी धान की फसलें जहां खेतों में ही खराब होने की कगार पर पहुंच गई है, तो वहीं खेतों की जुताई के बाद पलेवा (गेहूं की बुवाई के लिए खेतों में पानी की पूर्ति) न होने के कारण बुवाई नही हो पा रही है। दुर्भाग्य से विद्युत समस्या के निदान हेतु कोई सुनने को तैयार नहीं है।
अब उनके सामने समस्या है कि अगर फसल खराब हो जाती है, तब फिर हम लोग अपने बच्चों का पालन पोषण कैसे करेंगे। वही दूसरी तरफ इस मामले में जब स्थानीय विद्युत अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, तब उनके द्वारा किसी तरह का कोई जवाब नही दिया गया।
बारिश के पानी पर खेती निर्भर -
लखनपुर निवासी किसान राम सहाय तिवारी के अनुसार उनके क्षेत्र में खेती ज्यादातर बारिश के पानी पर निर्भर रहती है। कृष पंप है, जरूरत पड़ने पर उसका उपयोग होता है। लेकिन इस बीच बिजली नही होने से अगर पंप न चले तो परेशानी बढ़ जाती है।