जेल में प्रेमी के साथ रहना चाहती थी मुस्कान, याद नहीं आई खुद की बेटी...,'सगी मां बोली- मुझको कहती है सौतेली'

मेरठ के चौधरी चरण सिंह जेल में बंद मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल से कोई मिलने तक नहीं जा रहा है. सौरभ हत्याकांड के बाद मुस्कान ने अपनी बेटी से मुंह मोड़ लिया है. उन्होंने कहा कि वे कानूनी लड़ाई भी नहीं लड़ेंगे क्योंकि सच के लिए लड़ाई लड़ी जाती है. इस बीच मुस्कान की मां ने बड़ा खुलासा किया है.

Saurabh Murder Case: मेरठ में सौरभ की हुई हत्या के मामले में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इस हत्याकांड के बाद अब एक नया मोड़ सामने आया है, जिसमें कातिल के मां-बाप ने अपने को इस मामले से अलग कर लिया है. मुस्कान के मां-पिता ने कहा है कि मुस्कान से उनका कोई लेना-देना नहीं है. जेल में वे लोग न तो मुस्कान से मिलने जाएंगे न ही कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. ऐसे में मुस्कान ने जेल प्रशासन से सरकारी वकील मुहैया कराने की अपील की है.   

दूसरी तरफ मुस्कान की मां ने बताया कि वह उन्हें सौतेली मां कहती है, क्योंकि वह अपने मौसी से ज्यादा लगाव रखती है. बताया जा रहा है कि मुस्कान ने अपना केस लड़ने के लिए जेल प्रशासन से सरकारी वकील देने की अपील की है, क्योंकि अभी तक उससे जेल में कोई मिलने तक नहीं गया. न ही उसे कोई कानूनी मदद मिली है. ऐसे में जेल प्रशासन ने नियमों के मुताबिक मुस्कान की मांग पर विचार किया है और उसकी मांग को कोर्ट में भेज दिया है, जिससे उसे एक सरकारी वकील मिल सके. 

सरकारी वकील दिलाने की प्रक्रिया जारी

जेल प्रशासन ने बताया कि जेल नियमों के मुताबिक, किसी भी बंदी को कानूनी मदद देना उसका दायित्व है. अगर कोई बंदी आधिकारिक रूप से सरकारी वकील की मांग करता है तो उससे मदद दी जाती है. जेल में मुस्कान अपने प्रेमी साहिल के साथ रहना चाहती थी, लेकिन जेल में यह नियमों के खिलाफ है. महिला और पुरुष को जेल में अलग-अलग रखा जाता है. इसी हिसाब से वहां बैरक बने होते हैं. ऐस में मुस्कान के इस मांग को खारिज कर दिया गया. जेल में मुस्कान अपने को छुपाकर रखती है. 

साहिल और मुस्कान नशे के आदी

जेल प्रशासन ने बताया है कि सौरभ राजपूत के हत्यारोपी मुस्कान और साहिल नशे के आदी हैं. इनके नशे को छुड़ाने की प्रक्रिया जारी है. सीनियर जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश ने बताया कि जेल में जब कोई बंदी आता है तो उसके स्वास्थ्य की जांच की जाती है. इस दौरान पता चला है कि दोनों नशीला दवाईयां लेते हैं. ऐसे में नशा छुड़ाने के लिए उनको तत्काल दवाई देने की प्रक्रिया शुरू की गई है. 

जेल में मुस्कान को नहीं याद आई बेटी

इसके अलावा नशा छुड़ाने के लिए काउंसलिंग और ध्यान जैसी चीजों को भी अपनाया जा रहा है. चिकित्सकों का कहना है कि मुस्कान और साहिल नशा न मिलने की वजह से काफी परेशान हैं, लेकिन अगले 15 दिनों में उनकी हालत में काफी सुधार हो सकता है. जेल प्रशासन ने बताया कि जेल में आने के बाद से मुस्कान ने अपनी बेटी को भी याद नहीं किया है. उनकी पूरी कोशिश जेल से छूटने की है. जेल प्रशासन ने बताया कि जरूरत पड़ी तो इनको मनोचिकित्सक भी उपलब्ध कराए जाएंगे.

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23 March 2025, 04:50 PM IST

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