सौरभ मर्डर केसः मुस्कान रस्तोगी ने की थी डॉक्टर के पर्चे से छेड़छाड़, पति के लिए खरीदी थी नशीलें दवाएं
मेरठ के एडिशनल एसपी आयुष विक्रम के अनुसार, मुस्कान ने एक स्थानीय डॉक्टर से मुलाकात की और दावा किया कि उसे चिंता की समस्या है. उसे चिंता की दवा के लिए एक प्रिस्क्रिप्शन मिला और बाद में उसने गूगल पर प्रिस्क्राइब की गई दवाओं के बारे में जानकारी जुटाई. इस जानकारी का इस्तेमाल करके उसने एक खाली प्रिस्क्रिप्शन हासिल किया और दवाओं के नाम लिख लिए.

मेरठ में सौरभ राजपूत हत्याकांड में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने बताया कि मुस्कान रस्तोगी ने अपने पति की हत्या करने और उसके शव के टुकड़े करने से पहले उसे नशे में डालने के लिए नींद की गोलियां खरीदीं. इसके लिए मुस्कान ने डॉक्टर के पर्चे से छेड़छाड़ की. अधिकारियों ने बताया कि मुस्कान ने उषा मेडिकल स्टोर से गोलियां खरीदी थीं, जहां जांच के तहत रविवार को छापा मारा गया था.
गूगल से सर्च कर की थी छेड़छाड़
मेरठ के एडिशनल एसपी आयुष विक्रम के अनुसार, मुस्कान ने एक स्थानीय डॉक्टर से मुलाकात की और दावा किया कि उसे चिंता की समस्या है. उसे चिंता की दवा के लिए एक प्रिस्क्रिप्शन मिला और बाद में उसने गूगल पर प्रिस्क्राइब की गई दवाओं के बारे में जानकारी जुटाई. इस जानकारी का इस्तेमाल करके उसने एक खाली प्रिस्क्रिप्शन हासिल किया और दवाओं के नाम लिख लिए. विक्रम ने बताया कि 22 फरवरी को वह चिंता का हवाला देते हुए डॉक्टर के पास गई और उसे कुछ दवाइयां लिखी गईं. इसके बाद उसने इन दवाओं के बारे में ऑनलाइन सर्च किया और बाद में उन्हें खरीदने के लिए खाली पर्चे पर लिख दिया.
25 फरवरी को की थी नशे की दवा देने की कोशिश
पुलिस ने कहा कि मुस्कान ने 25 फरवरी को अपने पति सौरभ राजपूत को नशीला पदार्थ देने की कोशिश की थी, जिस दिन उनका जन्मदिन भी था. हालांकि, उनकी योजना विफल हो गई क्योंकि सौरभ ने उस दिन शराब नहीं पीने का फैसला किया था.
रविवार को उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने मेरठ में एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारा और पुष्टि की कि मुस्कान ने तीन तरह की दवाइयाँ खरीदी थीं, जिनमें एंटीडिप्रेसेंट और नींद की गोलियाँ शामिल थीं. मेडिकल स्टोर के दस्तावेजों से पता चला कि उसने 1 मार्च को दवा खरीदी थी. हालाँकि, अधिकारियों ने अभी तक पुष्टि नहीं की है कि 4 मार्च को उसकी हत्या से पहले इन दवाओं का इस्तेमाल उसके पति को नशा देने के लिए किया गया था या नहीं.
मुस्कान ने तीन तरह की दवाइयां खरींदी
मेरठ के ड्रग इंस्पेक्टर पीयूष शर्मा ने कहा कि हमें पता चला कि वह इस स्टोर से दवाइयां खरीद कर लाई थी. हम इस जगह की तलाशी ले रहे हैं और आरोपी द्वारा खरीदी गई दवा के बारे में जानकारी जुटाने के लिए सभी बिक्री रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि दवा खरीदने से पहले क्या डॉक्टर के पर्चे की जरूरत थी या इसे काउंटर पर बेचा जा सकता था. उन्होंने बताया कि मेडिकल स्टोर के रिकॉर्ड से पता चला कि मुस्कान ने तीन प्रकार की दवाइयां खरीदी थीं - एक एंटासिड, एक एंटी-एंग्जायटी दवा और एक मिडाजोलम इंजेक्शन
शर्मा ने कहा कि पिछले दो सालों में हुई सभी बिक्री के रिकॉर्ड की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि किसी भी उल्लंघन के मामले में मामला दर्ज किया जाएगा. मेडिकल स्टोर का लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है. नींद की गोलियों जैसी अवसादरोधी दवाएं डॉक्टर के पर्चे के आधार पर बेची जाती हैं और मेडिकल स्टोर को ऐसी बिक्री का रिकॉर्ड रखना होता है.
साहिल-मुस्कान ने मिलकर की सौरभ की हत्या
आपको बता दें कि मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर सौरभ राजपूत की हत्या कर दी और उसके कटे हुए शरीर को सीमेंट से भरे ड्रम में बंद कर दिया. पोस्टमार्टम से अपराध की क्रूर प्रकृति का पता चला, सौरभ का सिर धड़ से अलग कर दिया गया था, दोनों हाथ कलाइयों से कटे हुए थे और उसके पैर पीछे की ओर मुड़े हुए थे, जिससे पता चलता है कि शव को ड्रम के अंदर फिट करने की कोशिश की गई थी.
मर्डर के बाद हिमाचल प्रदेश गए मुस्कान-साहिल
हत्या के बाद मुस्कान और साहिल 10 मार्च को हिमाचल प्रदेश के कसोल गए और खुद को पति-पत्नी बताकर एक होटल में ठहरे. वारदात को अंजाम देने के बाद कसोल में कपल के पार्टी करते हुए भी वीडियो सामने आए हैं. हत्या का मामला तब प्रकाश में आया जब 18 मार्च को पुलिस को इसकी सूचना दी गई, जिसके बाद मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया.